फैसला आपका कि आप आतंकवादियों के पीछे चलेंगे या अपने बच्चों को प्रेम पूर्ण संसार सौंपेंगे ?

हिमांशु कुमार
प्रज्ञा ठाकुर को भारतीय जनता पार्टी ने भोपाल मध्य प्रदेश से लोक सभा से अपना उम्मीदवार बनाया है। प्रज्ञा ठाकुर का राजनीति में योगदान यह है कि उसने मुसलमानों को मारने के लिए अपनी मोटर साईकिल में बम भर कर महाराष्ट्र के मुस्लिम बहुल इलाके मालेगांव में विस्फोट किया था। इसमें चालीस लोग मारे गये थे। प्रज्ञा ठाकुर आतंकवादी केस में कई साल से जेल में थी।
आप जानते हैं आतंकवादियों के विरुद्ध मुकदमा सरकार लड़ती है, लेकिन अगर आतंकवादियों के संगठन की ही सरकार बन जाय तो फिर सरकार अपने आतंकवादी को तो बचायेगी ही।

भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ शुरुआत से ही आतंकवादी संगठन हैं। भाजपा सरकार में भारत के गृह मंत्री राजनाथ सिंह और व्यापम हत्याकांड के आरोपी शिवराज सिंह चौहान के साथ प्रज्ञा ठाकुर के फोटो मौजूद हैं…।

चिंता की बात है कि भारत का गृह मंत्री आतंकवादियों के साथ मिला हुआ है !
भाजपा ने सत्ता में आने के बाद सरकारी वकील से कह कर प्रज्ञा ठाकुर उसके साथी सेना के कर्नल पुरोहित और असीमानंद को जेल से बाहर करवा दिया। अब भाजपा ने प्रज्ञा ठाकुर को लोक सभा का टिकट दिया है।
मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में पाकिस्तान को नीचा दिखाने के लिए कहा था कि हमारा आतंकवादी और तुम्हारा आतंकवादी कोई नहीं होता आतंक सिर्फ आतंक होता है। लेकिन; जब अपनी बारी आई तो मोदी अपना ये उपदेश भूल गये।

प्रज्ञा ठाकुर का उम्मीदवार बनना हिन्दू समुदाय का अपमान है।

भाजपा प्रज्ञा ठाकुर को उम्मीदवार बना कर यह साबित करना चाहती है कि अब हिन्दू आतंकवादियों को अपना नेता मानने के लिए तैयार हैं। असल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भारत के हिन्दुओं के दिमागों में मुसलमानों के खिलाफ लम्बे समय से इतनी नफरत भरी है कि; अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा को विश्वास है कि हिन्दू अब मुसलमानों के हत्यारे आतंकवादियों को अपना नेता बना लेंगे। मोदी को भी गुजरात दंगों में मुसलमानों की हत्याएं करने की क़ाबलियत की वजह से और यूपी में आदित्यनाथ को मुसलमानों के खिलाफ नफरती भाषणों की काबलियत के कारण ही इन्हें सत्ता पर बैठाया गया है।

अब यह भारत के हिन्दुओं की परीक्षा का वक्त है।

अगर भारत के बहुसंख्य शहरी पढ़े लिखे हिन्दू आतंकवादियों को अपना नेता चुनते हैं तो अपनी सोच में भारत दुनिया से सैंकड़ों साल पीछे चला जाएगा। सोचिये जब दुनिया के लोग भारत के हिन्दुओं को आतंकवादी, नफरती, कट्टर कह कर पहचानेंगे तो आप किस मुंह से उनका सामना करेंगे ?
सनातन संस्था के आतंकवादियों ने दाभोलकर, पंसरे, कलबुर्गी और गौरी लंकेश की हत्या करी। गौरी लंकेश भाजपा की साम्प्रदायिकता के खिलाफ लिखती थीं। उनकी हत्या के बाद भाजपा के लोगों ने गौरी लंकेश के लिए लिखा कि कुतिया मर गई ! जिस बदमाश ने यह लिखा भारत के प्रधानमंत्री मोदी ट्विटर पर उसके अनुयायी हैं।
यह राजनीति का भयानक काल है। भारत के लोगों को तय करना है कि वे आतंकवादियों के पीछे चलेंगे या अपने बच्चों को प्रेम पूर्ण संसार सौंपेंगे ?

 

(लेखक हिमांशु कुमार गांधीवादी कार्यकर्ता हैं और आजकल हिमाचल प्रदेश में रहते हैं। ये लेखक के निजी विचार हैं।)

About Post Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *