भाजपा नेत्री की घिनौनी करतूत, अपनी 13 साल की बेटी का करवाया दुष्कर्म!
NHAI के बाद BHEL में भाजपाइयों का नंगा खेल, उजागर हुआ भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा...

हरिद्वार hct desk : उत्तराखंड से एक ऐसी खबर सामने आया है, जो मां-बेटी के रिश्ते को शर्मसार करने वाला है। अनामिका शर्मा, जो पहले भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष थीं, और उनके प्रेमी सुमित पटवाल को उनकी 13 साल की बेटी के साथ कई बार सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह घटना जनवरी 2025 से मार्च 2025 के बीच हुई, और इसमें मां की मौजूदगी और सहमति का गंभीर आरोप है। तीसरा आरोपी, शुभम, अभी फरार है, और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।
NAHI के बाद BHEL में भाजपाइयों का नंगा खेल
जनवरी 2025 में हरिद्वार के भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) स्टेडियम में हुआ, जब अनामिका शर्मा ने अपनी बेटी को अपने प्रेमी सुमित पटवाल और शुभम के साथ कार में ले गई। वहां पुरुषों ने शराब पी और कथित तौर पर मां की सहमति से लड़की का बलात्कार किया। इसके बाद पीड़िता को अग्रह, वृंदावन और हरिद्वार के होटलों में ले जाया गया, जहां लगभग आठ बार सामूहिक दुष्कर्म हुआ।
दुष्कर्म के कुछ कांड उस होटल में हुए, जिसे अनामिका और सुमित ने किराए पर लिया था। अनामिका ने कथित तौर पर अपनी बेटी को शराब पिलाने के लिए मजबूर किया और उसे बताया कि यह “जीवन में आगे बढ़ने का सामान्य हिस्सा” है। पीड़िता को धमकी दी गई थी कि अगर उसने दुर्व्यवहार का खुलासा किया तो उसके पिता की हत्या कर दी जाएगी।
यूँ हुआ मामले का उजागर
मार्च 2025 के बाद पीड़िता अपने पिता के साथ रहने लगी। उसके पिता ने उसकी बदली हुई हरकतों को नोटिस किया और पूछताछ की, तो पीड़िता ने रोते हुए पूरी आपबीती सुनाई। 3 जून, 2025 को पिता ने रानीपुर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई, और 4 जून, 2025 को पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अनामिका और सुमित को गिरफ्तार किया। चिकित्सा जांच में यौन शोषण की पुष्टि हुई।
कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने अनामिका शर्मा और सुमित पटवाल को हरिद्वार के शिव मूर्ति चौक के पास होटल युग रेजिडेंसी से गिरफ्तार किया। उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 70(2) (सामूहिक बलात्कार), 351(3) (आपराधिक धमकी), 3(5) (कई व्यक्तियों द्वारा सामान्य इरादे में आपराधिक कृत्य) और POCSO अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। तीसरा आरोपी शुभम की तलाश जारी है, और पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए विशेष टीम गठित की है।
भाजपा का रुख और राजनीतिक प्रभाव
पार्टी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अनामिका शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया। जिला अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने पुष्टि की कि अनामिका को अगस्त 2024 में उसकी संदिग्ध गतिविधियों के चलते पद से हटा दिया गया था। 13 वर्षीय पीड़िता ने इस भयानक अनुभव से गुजरते हुए असाधारण साहस दिखाया है। पुलिस ने उसके बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किए हैं, और कानूनी प्रक्रिया के तहत उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। यह मामला बच्चों के प्रति हिंसा और परिवार के भीतर विश्वासघात की गहरी समस्या को उजागर करता है।
यह मामला न केवल पीड़िता के लिए एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि समाज और राजनीतिक व्यवस्था में बच्चों की सुरक्षा और नैतिकता पर गंभीर सवाल उठाता है। जांच जारी है, और तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी के साथ न्याय की उम्मीद बनी हुई है। समुदाय और राष्ट्र पीड़ित बच्ची के लिए न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं, आशा है कि कानूनी प्रणाली ऐसे घृणित कृत्यों के खिलाफ मजबूत संदेश देगी।
