घर बनाने के लिए सरकारी जमीन की पेंड़ काट दी…!
बालोद। जिला के अधिकांश हिस्सा वैसे तो हरे-भरे जंगलों से भरे पड़े हुए ही है लेकिन मैदानी क्षेत्र भी आज से कुछ वर्षों पहले हरा भरा हुआ करती थी। किसानों के द्वारा खेत के मेड़ों में लगे पेड़ों की छांव से होने वाली नुकसान से फसल को बचाने हेतु या फिर जलाने के लिए हरे भरे पेड़ों को कांट कर कोचियों के माध्यम से प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रो के आरामिलो में बेंचा जाता रहा है। जिला के कई आरा मिलो में कच्ची और इमारती के उपयोगी लकड़ियों की ढेरों को आसानी से देखा जा सकता है।
जिला के गुरूर विकासखंड क्षेत्र के धनेली पंचायत में पूर्व सरपंच, भोजराम के कार्यकाल के दौरान आबंटित आबादी जमीन को वर्तमान पंचायत ने किसी भी प्रकार के निर्माण की मुनादी कराते हुए रोक लगा दी, लेकिन दिनकर साहू जैसे लोग पंचायत के आदेशों का अनुपालन करने के बजाय अपराध करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
ग्राम पंचायत धनेली ने 6 मार्च को प्रस्ताव पास कर कार्य व आबादी को विचारधीन रखते हुए निर्माण पर तत्काल रोक लगा दी, जिसके बाद दिनकर साहू ने पूर्व में प्रस्तावित भूमि पर अपना मकान बनाने के लिए नीलगिरी के पेड़ को धराशाही करते हुए उसे रातों-रात पार कर उसके ऊपर मकान का नीव बनाते हुए सबूत और साक्ष्य मिटाने का प्रयास किया है।
एक ओर पूरी दुनिया जहाँ “विश्व पर्यावरण दिवस” मनाने वाली है; वहीं दिनकर जैसे लल्लो चप्पो; समाज के बीच बैठकर अपनी ताकत का धौंस दिखाते हैं। वहीं इनके जैसों को ठीक करने वाले हमारी प्रशासनिक व्यवस्था की निगरानी करने वाले जिम्मेदार जनप्रतिनिधि धनेली पंचायत के फर्जी आबादी आबंटन पर चुपचाप चादर ओढ़कर घी खा रहे हैं जैसा प्रतीत होता है, जिसके चलते दिनों-दिन हमारे प्रर्यावरण के साथ आसपास की खुबसूरती क्षीण होते जा रही है जिस पर प्रसाशन को ध्यान देना जरूरी है।
पंचायत के फरमान की अवहेलना करते हुए जिस प्रकार से मकान बनाने का कार्य जारी है; उसे देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में शायद यह विषय किसी बड़ी साजिश के खुलासे में मददगार साबित होगी। मामले में हाईवे क्राईम टाइम के द्वारा दिनकर साहू से उनका भी पक्ष जाना गया, लेकिन उसने पत्रकारो के ऊपर धौंस बनाने के लिए रावघाट परियोजना में कार्यरत किसी कांटेक्टर के माध्यम से अपनी बात रखना चाहा बातचीत के दौरान ठेकेदार दिनकर साहू जी का पक्ष मजबूती से रखने के बजाय हमारी कलम की धार को महसूस करने में लगे रहे। हांलांकि उन्होंने कहा कि दिनकरण साहू के पास विचाराधीन जमीन की पट्टा है, उसकी कापी आप तक भेज देंगे लेकिन कापी का फोटोकापी तक भी नहीं भेजा आपको फिर से एक बार बता दें कि आबंटित जमीन का प्रकरण ग्राम पंचायत धनेली में विचाराधीन है जिस पर पंचायत की ओर से अब तक किसी भी प्रकार की किसी से शिकायत नहीं की गई है लाकडाऊन के चलते पंचायत ने अब तक ग्राम सभा का आयोजन नहीं किया है।