ग्राम पंचायत सांगली के नागरिक हुए सरपंच सचिव के खिलाफ लामबद्ध।
विकास के नाम पर हुए भ्रष्टाचार और अनियमितता की पोल खोल अभियान
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देश में विकास के नाम से मजबूत नींव के रूप में ग्राम पंचायत को सबसे पहले महत्व दिया गया है। क्योंकि लोकतंत्र की सबसे मजबूत कड़ी ग्राम पंचायत होती है। इसीलिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार गांव की सर्वांगीण विकास के लिए हर साल लाखो रुपए ग्राम पंचायतो को आबंटित करते है, जिससे की गांव की हर छोटी बड़ी समस्या को दूर किया जा सके।
सरकारी पैसों का खुलकर बंदरबाट
लोगो को स्वच्छ पेयजल, बिजली, सड़क, बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा, आर्थिक विकास एवं अन्य सुविधा प्रदान करने के लिए सरकार बहुत सारे जनकल्याणकारी योजनाओं को जमीनी धरातल पर सुचारू ढंग से संचालित कर रहे है। प्रत्येक व्यक्ति को यह लाभ पहुंचे इस आशय और उद्देश्य से सरकार कई तरह की योजनाओं को फलीभूत कर रहे है। ताकि कोई भी व्यक्ति किसी भी लाभकारी योजनाओं से वंचित न रहे। लेकिन इसके बावजूद यह विडंबना है कि शासन प्रशासन के जिम्मेदार, उच्च पद पर आसिन अधिकारी कर्मचारियो की मिलीभगत से सरकारी पैसों का खुलकर बंदरबाट कर अपने जेब भरने से भी बाज नहीं आते।
चरम सीमा पर है कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार
छत्तीसगढ़ में विकास के नाम पर कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। चाहे आप किसी भी विभाग में झांक कर देखिए भ्रष्टाचार की जननी पांव पसारे और मुंह को खोलकर बैठे नजर आयेंगे। विकास की जननी कहलाने वाले सरकारी दफ्तर में बैठे बैठे कई लोग ऐसे ही मुफ्त की रोटियां तोड़ रहे है। और छोटे छोटे मछलियों को अपने जाल में फसा कर दबाव पूर्वक कार्य करवाने में भी ऐसे कई अधिकारी अपने कार्य में महारत हासिल है। तो विकास की गाथा को आगे कैसे बढ़ाएंगे।
गुरुर : बालोद जिला में समाहित एक ग्राम पंचायत सांगली की विकास की बात किया जाए तो तारीफ करते करते लोग थक चुके है,विकास इतना हुआ है कि गांव का नाम अपने आप मे आज गौरांवित महसूस कर रहा है। कहने का मतलब यह है कि ग्राम पंचायत सांगली में साफ सफाई, पेयजल, शौचालय निर्माण, साफ सफाई, नाली निर्माण, मरम्मत कार्य के नाम से जमकर पैसों का लूटपाट और बंदरबाट कर पेट भरो अभियान को जन्म देकर सरपंच, सचिव खुलेआम कमीशन की चासनी में डुबकी लगाने की बात सामने आई है।
ग्रामीण और गांव के कुछ नौजवान युवको ने ग्राम पंचायत सांगली में विकास के नाम से हुए धांधली को लेकर कलेक्टर साहब को लिखित शिकायत कर जांच हेतु कमेटी की मांग करते हुए। जांच उपरांत जितने भी दोषी पाए जाते है उन सभी लोगो पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग की थी।
तत्पश्चात कलेक्टर साहब ने आवेदन के आधार पर जांच कमेटी के लिए गुरुर मुख्य कार्यपालन अधिकारी को प्रेषित कर जांच टीम गठित कर ग्राम पंचायत में हुए विकास के नाम पर भ्रष्टाचार और सरकारी पैसों का दुरुपयोग किए जाने के मामले में कार्यवाही करने का निर्देश देकर शिकायतकर्ताओ को आश्वासन दिया गया था।
विकास के नाम से हुए भ्रष्टाचार और अनियमितता,
जांच करने पहुंचे जनपद से जांच अधिकारियों की टीम।
इस मामले को लेकर गुरुर जनपद मुख्य कार्यपालन अधिकारी उमेश रात्रे साहब ने जांच कमेटी गठित कर जांच हेतु टीम को 20 सितंबर 2024 दिन शुक्रवार को ग्राम पंचायत सांगली भेजा गया था। जिसमे सभी ग्रामीण और शिकायतकर्ताओ की उपस्थिति में ग्राम पंचायत में ही सरपंच सचिव और जांच में गए सभी अधिकारियों के बीच में निम्न बिंदुओं के आधार पर हुए शिकायत पर बारी-बारी से बहुत बारीकी से जांच और पूछताछ तथा जिस जगह में काम हुआ करके पैसा आहरण हुआ है, उन सभी जगहों पर पहुंच कर अधिकारियों ने जायजा लिया ग्रामीणों की समस्या को नजदीक से समझने का भी प्रयास किया गया ताकि इनकी परेशानियों को जल्द से जल्द निराकरण कर लोगो को एक बेहतर सुविधा प्रदान किया जा सके।
सचिव के व्यवहार से लोग नाराज
जांच अधिकारियों द्वारा दिन भर भूखे प्यासे रहकर लोगो को गांव में हो रही तकलीफ और समस्या को सुलझाने अपने नैतिक कर्तव्य और जिम्मेदारी को बखूबी से निभाया गया। आगे की कार्यवाही के लिए अधिकारियों की जांच टीम कागजी कार्यवाही और जांच प्रतिवेदन को जनपद पंचायत गुरुर मुख्य कार्यपालन अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करने जांच टीम वापस गुरुर की ओर रवाना हुए। वही कुछ गांव वालो ने मीडिया को यह भी जानकारी दिया की ग्राम पंचायत सांगली में पदस्थ सचिव योगेश पाण्डे के व्यवहार के चलते कुछ लोग काफी नाराज चल रहे है।
शिकायतकर्ताओ ने यह भी बताया कि गांव में हुए विकास कार्य की राशि का दुरुपयोग करने में सहभागिता निभाने और सही समय पर जानकारी नही देना गोलमोल जवाब देना। ठीक तरीके से बात नहीं करना कई लोगो को रास नहीं आ रहा है। सचिव के खिलाफ भी आगे शिकायत करने की बात सामने निकल कर आ रही है। फ़िलहाल जितने भी विकास या मरम्मत, साफ सफाई, पेयजल कार्य में लापरवाही बरती गई है, जिसकी सही जांच और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गई है।
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संवाददाता
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