वन क्षेत्र में 400 अतिक्रमणकारी ग्रामीणों को वन विभाग ने मौके से खदेड़ा
महिलाओं की भारी भीड़ पहुंची थी लकड़ी काटने जंगल, वन विभाग की संयुक्त टीम ने दी सख्त चेतावनी

सीपत (बिलासपुर) hct : विकासखंड के अंतर्गत आने वाले सोंठी सर्किल के ग्राम निरतु स्थित आरक्षित वन क्षेत्र में लगभग 400 ग्रामीणों द्वारा अतिक्रमण कर लकड़ी काटने की कोशिश की गई। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं। सूचना मिलते ही वन विभाग की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को गंभीरता से लेते हुए ग्रामीणों को तत्काल जंगल से बाहर खदेड़ दिया।
जंगल पर कब्जे की तैयारी कर रहे थे ग्रामीण
घटना 26 जून की बताई जा रही है, जब ग्राम निरतु निवासी ममता बंजारा के नेतृत्व में ग्रामीणों की भारी भीड़ जंगल के कक्ष क्रमांक RF-51 व RF-52 में दाखिल हुई। ग्रामीणों द्वारा कथित रूप से वन भूमि पर स्थायी कब्जा करने की कोशिश की जा रही थी। लकड़ी काटने के औजारों और सामूहिक उपस्थिति से वन विभाग को तत्काल सूचना दी गई।
संयुक्त टीम ने संभाला मोर्चा
मामले की गंभीरता को देखते हुए सर्किल फॉरेस्ट ऑफिसर (CFO) सोंठी नामित तिवारी, वन परिक्षेत्र अधिकारी बिलासपुर पल्लव नायक, तथा BFO रमेश ठाकुर, ममता बंजारा, शेखर आजाद, एवं रामाधार बंजारे सहित सोंठी व खोंधरा सर्किल की टीमों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।
समझाइश के बाद माफी, चेतावनी भी दी गई
टीम ने पहले ग्रामीणों को जंगल से बाहर निकाला और फिर मौके पर ही सख्त फटकार लगाते हुए ऐसी गतिविधियों को दोहराने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। विभागीय अधिकारियों की सख्ती और समझाइश के बाद ग्रामीणों ने माफी मांगी और दोबारा ऐसी गलती नहीं करने का आश्वासन दिया।
वन विभाग की सख्ती, फिर भी सतर्कता जरूरी
इस तरह के मामलों में ग्रामीणों की सामूहिक भागीदारी और महिलाओं की उपस्थिति वन अपराध की नई चुनौतियों को उजागर करती है। वन विभाग ने इस मामले को प्रारंभिक चेतावनी स्तर पर निपटाया है, लेकिन दोबारा ऐसी घटनाएं होने पर कानूनी कार्रवाई की बात स्पष्ट कर दी गई है।

