मामला हाईप्रोफाइल : क्योंकि वो ‘किरण बेदी’ थी और आप ‘मो. मोहसिन’ सजा तो मिलनी ही थी साहब।

यही तो ऐसा कोई बिहारी ही कर सकता है, पीएम मोदी का हेलीकॉप्टर चेक करने वाला 1996 बैंच के आईएएस अधिकारी मो० मोहसिन पटना सिटी के काजी बेगम कॉलनी में रहता है। इनके पिता स्कूटर मैकेनिक थे। इनके माँ को अपने बेटे पर गर्व है कि पीएम हो या देश का आम आदनी कानून सबके लिए बराबर है। परिवार के लोग परेशान है; बेटा से बात हुई थोड़ा निराश है, लेकिन मैंने उसे कहा है चिंता मत करो तुमने देश के सामने एक मिसाल कायम किया है।
इससे पहले इसी पटना के गाँधी मैंदान में चुनाव के दौरान गृह मंत्री आडवाणी जी को निर्धारित समय जैसे ही खत्म हुआ पटना के उस वक्त के डीएम गौतम गोस्वमी ने भाषण देने से रोक दिया था गोस्वमी के इस कारवाई के लिए टाइम मैग्जिन ने गौतम गोस्वामी को यंग एशियन एचीवर एवार्ड से सम्मानित किया था।
किरण बेदी कि आज भी चर्चा होती है लेकिन आज मोहसिन के साथ ना तो विभाग खड़ा है और ना ही मीडिया इस खबर को उठा रही है। ऐसे ही हलात को तो कहते है देश संवैधानिक संकट के दौर से गुजर रहा है। शुक्रवार को उनके घर पर मीडियाकर्मियों का तांता लगा रहा। हालांकि मामला हाईप्रोफाइल होने की वजह से घर वाले ज्यादा बोलने से हिचक रहे।

पीएम के हेलीकॉप्टर की जांच करने के मामले में उन्हें चुनाव आयोग ने सस्पेंड कर दिया है। यह खबर मिलते ही घर वाले मायू्स हो गए। परिजनों को पूरा विश्वास है कि मोहसिन के साथ न्याय जरूर होगा। परिजनों का कहना है कि उसने अपनी ड्यूटी निभाई है। मोहसिन के भाइयों और बूढ़ी मां के चेहरे पर तकलीफ साफ झलक रही थी। खाजेकलां थाना क्षेत्र के सेल्स टैक्स ऑफिस के सामने काजी बेगम कॉलोनी में मोहसिन का आवास है। उनके छोटे भाई शाहिद हुसैन ने कहा कि वे बड़े उसूल वाले व्यक्ति हैं। न गलत करते हैं न होने देते हैं। उन पर हुई कार्रवाई की जानकारी से दुख पहुंचा है पर न्याय मिलेगा, ऐसा उन्हें पूरा यकीन और भरोसा है।

बेटा गलत करे, मैं मान ही नहीं सकती…1996 बैच के अधिकारी मोहसिन की मां बताती हैं कि वह शुरू से ही लगनशील और ईमानदार है। उसका बेटा कुछ गलत करे, वह मान ही नहीं सकती हैं। उसने अपनी ड्यूटी निभाई है। उनके भाई का कहना है कि शाम में मोहसिन से मोबाइल पर बात हुई है। इस निर्णय से वह भी दुखी है पर उसने बताया कि जल्द ही न्याय भी मिलेगा।

एमएए हाईस्कूल से की है पढ़ाई
आठ भाइयों में दूसरे नंबर के मोहसिन की पढ़ाई एमएए हाईस्कूल से हुई है। पटना विश्वविद्यालय से बीकॉम करने के बाद वे आईएएस की तैयारी करने दिल्ली चले गए। देश की प्रतिष्ठित परीक्षा पास कर कर्नाटक कैडर में आईएएस बने। इनके पिता गुलाम मोहम्मद मैकेनिक थे। अब यह दुकान इनके बड़े भाई सादिक संभालते हैं।

बड़े संघर्ष से की है पढ़ाई
सादिक ने बताया कि वे कभी नियम विरुद्ध काम नहीं कर सकते हैं। कभी उन्होंने किसी की सिफारिश नहीं की। मैं आज भी मोटर मैकेनिक का ही काम करता हूं। आप इससे ही अंदाजा लगा सकते हैं कि वे अपने ईमान के कितने पक्के हैं। उन्होंने बताया कि स्नातक करने के बाद जब उसे कहा कि अब तुम भी दुकान पर बैठो। तब मोहसिन ने आईएएस बनने की इच्छा जाहिर की। बड़ा परिवार होने के कारण हमारे पास इतना पैसा नहीं था कि उसे दिल्ली भेजकर पढ़ा सकें। फिर भी हमने हिम्मत जुटाई। हर महीने उसे 500 रुपए भेजते थे। उसने बड़े संघर्ष के साथ पढ़ाई की।

मोदी के हेलीकॉप्टर की जांच कर चर्चा में आए
ओडिशा के संबलपुर में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हेलीकॉप्टर से पहुंचे थे। आईएएस मोहम्मद मोहसिन वहां लोकसभा क्षेत्र के सामान्य पर्यवेक्षक के तौर पर तैनात थे। उन्होंने हेलीकॉप्टर की जांच करने को कहा। बताया जाता है कि इस जांच में मोदी को 15 मिनट इंतजार भी करना पड़ा। बुधवार को चुनाव आयोग ने मोहम्मद मोहसिन को निलंबित कर दिया। आयोग के आदेश में कहा गया कि मोहसिन ने एसपीजी सुरक्षा के तहत गणमान्य व्यक्तियों के निर्देशों के अनुरूप अपनी ड्यूटी को अंजाम नहीं दिया। आमतौर पर एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों को ऐसी जांच से छूट प्राप्त होती है।

साभार : *डेलीहंट।

About Post Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *