पड़ गई है दरार ! कैसे चलगी पार्टी और सरकार ?
बालोद (hct)। प्रदेश में इन दिनो त्रिशंकु चुनाव की प्रचार जबर्दस्त रूप से जारी है। जिला पंचायत, जनपद पंचायत और ग्राम पंचायत के प्रत्याशी मैदान पर है। प्रदेश में एक साल; हाल ही में पूरा करने वाली सरकार की हालत कुछ ज्यादा बेहतर नही लग रही है बीते दिनो नगरीय निकाय चुनाव संपन्न हुए है जिसमें कोमा में पड़े विपक्ष की; बड़ी स्तर पर जीत प्रत्यक्ष प्रमाण है।
कांग्रेस लाज बचाने लायक परफार्मेंस कर पाई ये बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि सही मायने में देखा जाये तो कुछ दिग्गजो के अनुसार तो यह जीत पिछले सरकार की एन्टीइन्कम्बेंसी के कारण जनता ने बदलाव के लिए वोट दिया जिसके कारण मौजूदा सरकार को कम मेहनत करना पड़ा था या फिर मेहनत पहले की गई थी वह टिकट बंटवारा के दौरान ही पार्टी में दरार बढ़ने लेकिन फिर भी पार्टी चुनाव पर गई और जनता ने उन्हे चुना।
लेकिन बस इतना भर से सब कुछ ठीक नही हुआ बल्कि पार्टी के नेता और सरकार सत्ता मिलने के बाद एक-दूसरे से दुरी बनाते गए जिसका परिणाम बालोद जिला के गुरूर जनपद पंचायत क्षेत्र क्र॰08 में देखने को मिल रहा है, जहाँ पर कांग्रेस के दो समर्थित प्रत्याशी एक ही जनपद के लिए चुनाव लड़ रही है, कमला सिन्हा पूर्व जिला पंचायत सदस्य और दिपलता सिन्हा; दोनो प्रत्याशीयो का अलग-अलग खेमा है जिसके कारण वोटरो के मन भी असामंजस्य की स्थिति बनी हुई है। कांग्रेस के कार्यकर्ता घर से निकलने के लिए कतरा रहे है, साथ ही कांग्रेस के जिला पंचायत क्र॰13 के प्रत्याशी के लिए भी मौहाल उचित बनता दिखाई नही दे रहा है; क्योंकि किरकिरी भर-भर के हो रही है। विपक्ष के नेता पका पकाया माल खाने से बदहजमी होती है जो एक ना एक निकलती है यह बात कहने लगी है।