जशपुर ने लिखी इबारत : महुआ से बना सेनेटाइजर बार्डर पर तैनात जवानों को वितरित।
जिला प्रशासन और युवा वैज्ञानिक समर्थ जैन का संयुक्त प्रयास COVID-19 से लड़ने की जशपुर की अनूठी पहल
जशपुर। युवा वैज्ञानिक समर्थ जैन ने महुआ को परिष्कृत कर हर्बल सेनेटाइजर बनाया है जो कि पूरी तरह सुरक्षित है और उपयोगी है जिला प्रशासन के आग्रह पर इस हर्बल सेनेटाइजर बनाने की तकनीक को विकसित किया है। जिला प्रशासन जशपुर, अब इस तकनीक के द्वारा हर्बल सैनिटाइजर का निर्माण स्वसहायता समूह के द्वारा करवाएगा। जिला प्रशासन और वन विभाग के संयुक्त प्रयास से स्वयंसेवी सहायता समूह के द्वारा वनोपज से हर्बल सैनिटाइजर का निर्माण किया गया है इसका निर्माण अभी लघु पैमाने पर किया गया है जिसका व्यापक पैमाने पर उत्पादन कर पूरे जशपुर जिले में सभी लोगों तक सैनिटाइजर पहुंचाने का व्यवस्था जिला प्रशासन कर रही है।
सैनिटाइजर को झारखंड सीमा के बॉर्डर में ड्यूटी कर रहे सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों एवं कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ड्यूटी में तैनात पुलिस के जवानों को वितरण किया गया है इस अवसर पर
जिला कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर पुलिस अधीक्षक श्री शंकर लाल बघेल वन मंडल अधिकारी श्री कृष्ण जाधव उप वन मंडल अधिकारी श्री सुरेश गुप्ता युवा वैज्ञानिक समर्थ जैन एवं स्व सहायता समूह के सदस्य उपस्थित रहे स्व सहायता समूह के सदस्यों द्वारा वनउत्पाद से निर्मित सैनिटाइजर का वितरण सीमा पर ड्यूटी दे रहे जवान को अपने हाथों से वितरण किया।
इस अवसर पर कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा कि वनोपज महुआ से निर्मित यह सैनिटाइजर बहुत ही अच्छा है और इससे कुछ साइड इफेक्ट भी नहीं है इस सैनिटाइजर का ज्यादा से ज्यादा उत्पादन किया जाए और हमारे सभी लोगों को बांटा जाएगा ताकि कोरोना कोविड 19 से बचने में सहायता मिलेगी।
डीएफओ श्रीकृष्ण जाधव ने कहा की सकरडेगा में पुलिस के जवान ड्यूटी कर रहे हैं जिनके लिए जिले में उपलब्ध वनोपज से हर्बल सैनिटाइजर बनाया गया है जिससे कोरोना से लड़ने के लिए उनको संबल मिलेगा और उनकी सुरक्षा होगी जिला प्रशासन इसके लिए उन्हें सैनिटाइजर का वितरण कर रहा है हमारा प्रयास है कि इसका अधिक से अधिक उत्पादन करके पूरे जिले भर में इसका उपयोग करने के लिए लोगों तक पहुंचाएं, लोगों को सुरक्षित रखना हमारा कोशिश है इसके लिए हम प्रयासरत हैं।
पुलिस अधीक्षक शंकरलाल बघेल ने कहा कि झारखंड बॉर्डर गांव सकरडेगा जहां आने जाने वालों की जांच की जा रही है तैनात जवानों के लिए वन विभाग द्वारा सैनिटाइजर का निर्माण किया गया है जिसका वितरण वहां पहुंचकर किया गया है निश्चित रूप से यह कोरोना से लड़ने के लिए बहुत ही उपयोगी साबित होगा आमजन भी इस सैनिटाइजर को उपयोग करेंगे जिससे कोरोना से बचाव संभव होगा ।
युवा वैज्ञानिक श्री समर्थ जैन ने कहा कि वनधन विकास योजना के अंतर्गत सिगनी स्व सहायता समूह के द्वारा तैयार की गई हर्बल सैनिटाइजर किफायती और बहुत ही उपयोगी है जिसका निर्माण जिला प्रशासन के सहयोग से किया जा रहा है जिसमें इसके निर्माण के लिए तकनीकी सहयोग मेरे द्वारा किया जा रहा है, अभी वर्तमान में यह एक शुरुआत है जिसका नियमानुसार परीक्षण कर यह उत्पाद तैयार किया गया है यह हर्बल हर्बल उत्पाद है जिसे आज पुलिस जवान जो ड्यूटी पर झारखंड सीमा पर तैनात हैं उनको किया गया है। आने वाले समय में इसका व्यापक पैमाने पर व्याप्त पादन कर पूरे जिले में लोगों तक पहुंचाना हमारा उद्देश्य है, इस कार्य में हम सभी मिलजुल कर लगे हुए हैं। हमारा प्रयास है कि हर हाथ में यह सैनिटाइजर पहुंचे और लोग कोरोना से लड़ने में इसे एक अहम हथियार के रूप में उपयोग कर सकें आने वाले समय में इसका प्रसार हम व्यापक पैमाने पर करेंगे पूरे छत्तीसगढ़ में इस उत्पाद को पहुंचाना हमारा मुख्य लक्ष्य है वनोपज से सैनिटाइजर बनाने की तकनीक हमारे द्वारा विकसित की गई है उसे वैदिक वाटिका निशुल्क स्वयं सहायता समूह एवं जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएगा जिससे कि बहुतायत में सेनेटाइजर बनाने की प्रक्रिया की जा सके। यदि सरकार इसमें अपनी सहमति देती है तो वनोपज उत्पाद से बने सेनेटाइजर से तीन चार राज्यों की मांग की पूर्ति की जा सकती है।
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