पुलिस प्रताड़ना की शिकार पार्षद परिवार, शिकायत पर दोषी पुलिसकर्मी लाइन हाजिर।
*दीपेंद्र शर्मा।
कोरिया (चिरमिरी)। नगर निगम चिरिमिरी के वार्ड क्रमांक 09 गेल्हापानी की महिला पार्षद पप्पी अपने पति और दो बच्चो के साथ चिरिमिरी से अपने ससुराल सोनहत की ओर जा रहे थे, सोनहत की सीमा पर तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा उन्हें रोका गया, पार्षद द्वारा अपना परिचय देने के बाद पुलिस वालों ने चिरिमिरी नगर निगम आयुक्त सुमन राज से पप्पी के पार्षद होने की पुष्टि की, परंतु किसी प्रकार का लिखित आदेश न होने के कारण कार्यस्थल पर तैनात पुलिस द्वारा उन्हें सोनहत जाने से रोक दिया गया।
महिला पार्षद और उसके पति एसानुल हक एवं बच्चों समेत वापस चिरिमिरी के लिए निकले ही थे कि पार्षद द्वारा राज्यमंत्री गुलाब कमरों से बात कर पूरी घटना बताई गई। राज्य मंत्री के कहने पर वो लोग नाके से कुछ दूरी पर रुक कर आदेश का इंतज़ार कर ही रहे थे कि तभी वहां ड्यूटी पर तैनात दो सिपाही उनके पास आकर उन्हें वापस नाके की ओर ले गए, और नाके के पास ले जाकर पार्षद पप्पी एवं उनके दोनों छोटे बच्चो को एक ओर अलग खड़ा कर उनके पति को बैरियर के पास खड़े कर डंडे से उनकी बुरी तरह पिटाई शुरू कर दी गयी। पिटाई के दौरान पार्षद पति के हाथ पैर एवं शरीर के अन्य हिस्सों पर अंदरूनी चोटें भी आई और साथ ही उनका मोबाईल भी टूट गया। पुलिस कर्मियों द्वारा पार्षद एवं उसके पति को अश्लील गालियां भी दी गयी। किसी तरह काफी निवेदन के बाद पुलिसकर्मियों ने उन्हें वापस सीधे चिरिमिरी जाने की बात कहकर छोड़ा गया।
पार्षद द्वारा घटना की खबर मिलते ही विधायक विनय जायसवाल ने उक्त घटना को लेकर पुलिस के उच्च अधिकारियों से बात कर मामले में अत्यंत नाराजगी व्यक्त की गई और पार्षद एवं उसके पति के साथ हुए इस अमानवीय व्यवहार के लिए पुलिस कप्तान से चिरिमिरी थाने में बैठ कर कार्यवाही की मांग की गई । पुलिस कप्तान द्वारा मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल प्रभाव से मामले में लिप्त तीन पुलिस कर्मियों को लाइन हाज़िर किया गया।
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