मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया ने शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी पहल की शुरुआत की..
51 शासकीय स्कूलों में नियुक्त किए विधायक प्रतिनिधि।

मस्तूरी (बिलासपुर) hct : क्षेत्रीय शिक्षा व्यवस्था को अधिक प्रभावी, उत्तरदायी और जनसंवेदनशील बनाने की दिशा में मस्तूरी के विधायक श्री दिलीप लहरिया ने एक अभिनव पहल की है। उन्होंने मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 51 शासकीय हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों में विधायक प्रतिनिधियों की नियुक्ति की है। यह निर्णय शिक्षा व्यवस्था को मजबूत आधार देने और विद्यालयों में समुचित निगरानी व जनभागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है।
इन नियुक्त प्रतिनिधियों की भूमिका न केवल शैक्षणिक गुणवत्ता की निगरानी तक सीमित होगी, बल्कि वे विद्यालयों में उपलब्ध संसाधनों, अधोसंरचना विकास, छात्रों की समस्याओं और शिक्षकों की जरूरतों को विधायक स्तर तक संप्रेषित करने का कार्य भी करेंगे। इसके अलावा, ये प्रतिनिधि स्कूलों में आयोजित होने वाले शैक्षणिक, सांस्कृतिक और अभिभावक-शिक्षक सम्मेलनों में भी सक्रिय भागीदारी निभाएंगे।
“शिक्षा संवाद का माध्यम बने स्कूल” विधायक लहरिया
विधायक श्री लहरिया ने इस पहल पर कहा, “विद्यालयों में जनप्रतिनिधि की उपस्थिति से स्कूलों और जनप्रतिनिधियों के बीच संवाद और सहभागिता की एक नई परंपरा स्थापित होगी। समस्याओं का त्वरित समाधान हो सकेगा और शिक्षा केवल पठन-पाठन तक सीमित न रहकर समग्र विकास का माध्यम बनेगी। मेरा प्रयास है कि स्कूल स्थानीय विकास और सामाजिक संवाद के केंद्र बनें।”
स्थानीय समुदाय में सकारात्मक प्रतिक्रिया
इस निर्णय की सराहना विद्यालय प्रबंधन समितियों, शिक्षक समुदाय और अभिभावकों द्वारा खुले दिल से की गई है। शिक्षकों ने इसे विधायक की शिक्षा के प्रति गंभीर प्रतिबद्धता बताया है। उन्होंने भरोसा जताया कि इससे क्षेत्र में शैक्षणिक वातावरण और अधिक समृद्ध होगा तथा छात्रों को आवश्यक मार्गदर्शन व सुविधाएं समय पर प्राप्त होंगी।
यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी और सामाजिक सहभागिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे आने वाले समय में मस्तूरी क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था में ठोस और सकारात्मक बदलाव की उम्मीद की जा रही है।