सिस्टम की बुखार के चलते किसानों की बिगड़ी तबियत
सुर्रा धान खरीदी केंद्र में टोकन कटने के बाद भी किसान धान बेचने से रहें वंचित।

गुरुर (बालोद) hct : एक महीना पहले ही सरकार धान खरीदी को लेकर सख्त आदेश जारी कर दिया था।उसके बाद भी उसके आदेशो का अवहेलनाl और उस पर खरा न उतरना इस तरह की घोर लापरवाही का नतीजा सुर्रा धान खरीदी केंद्र में देखने को मिला है।
बता दे कि गुरुर विकासखण्ड के अंतर्गत सभी उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी को लेकर पूर्णतः तैयारी कर लिया गया था, उसके बाद भी सुर्रा धान खरीदी केंद्र में खरीदी को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों की सुस्ती का आलम पसरा हुआ था। जिसके चलते सुर्रा उपार्जन केंद्र में 15 नवम्बर को टोकन कटने के बाद भी सात किसान अपनी धान नही बेच पाये।
बालोद कलेक्टर महोदया दिव्या उमेश मिश्रा नें अभी हाल ही में शुरुआत होने से पहले धान खरीदी को लेकर रखे मीटिंग में अनुपस्थित रहने वाले दो आरईओ को निलंबित कर दिया गया है। क्या इस पटवारी साहब को अपनी जिम्मेदारी से भागने का सजा दिया जायेगा। या जांच अधिकारियों की कलम ता ता थैय्या करते कागजों पर ही कार्यवाही सिमट जायेगी।
एक जिम्मेदार अधिकारी कान में तेल डाल कर सोये हुये थे। उनकी अनुपस्थिति के कारण ही इस तरह की संकट की घनघोर छाया खरीदी केंद्र में पसरा हुआ था। इस सन्नाटा में गोता लगाने वाले सहायक प्रबंधक के पद पर पदस्थ राजस्व पटवारी चन्द्रहास साहू खुद गायब थे। नोडल अधिकारी अभिषेक राय ने निगरानी समिति के सदस्य, ग्रामीण और प्राधिकृत अधिकारी की उपस्थिति में स्वयं पंचनामा तैयार किया गया है।
यहाँ तक की तौलक ठेकेदारों का चयन भी टेंडर प्रक्रिया के होने के चलते टेंडर भरने वालो का लॉट भी 15 नवंबर को निकाला गया है। इतनी बड़ी लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिए, जिसने छत्तीसगढ़ सरकार की आदेशों को खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे है।
सुर्रा धान खरीदी केंद्र में पदस्थ जिम्मेदार अधिकारियों का बयान भी अलग अलग हैं। अपने आपको बचाने के लिए एक दुसरो के सर पर ठीकरा फोड़ रहे हैं। लेकिन वही राजस्व अनुविभागीय अधिकारी आर एन सोनकर का कहना है कि अगर इस तरह की लापरवाही प्रभारी सहायक प्रबंधक चंद्रहास साहू हल्का पटवारी सुर्रा के द्वारा किया गया है तो निश्चित है उस पर कार्यवाही किया जायेगा। जिसके लिए राजस्व विभाग में पदस्थ नायब तहसीलदार को एक टीम गठित कर इसकी जाँच कर उचित कार्यवाही करने को कहा गया है।






