यातायात सप्ताह मे ही उड़ाई जा रही यातायात नियमो की धज्जियां…
यातायात विभाग, पुलिस विभाग, निगम प्रशासन व जिला प्रशासन आखिर मौन क्यों ?
साहब गरीब ठेले लगाकर परिवार चलाने वालों को डंडा दिखाकर कार्यवाही का भय दिखाते हो और बडे लोगों के लिये पुलिस अधीक्षक निवास के मुख्य द्वार व मुख्य सड़क को पार्किंग की अनुमति !
*लक्ष्मी कान्त दुबे l
रायगढ़। शहर मे भले ही यातायात पुलिस विभाग द्वारा यातायात सडक सुरक्षा सप्ताह मनाकर यातायात नियमों का पाठ पढाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर यातायात नियमों की खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। शहर के नटवर स्कूल मैदान मे काईट फेस्टिवल का आयोजन किया गया है तथा मुख्य सडक व पुलिस अधीक्षक निवास के मुख्य द्वार को ही वाहन पार्किंग बना दिया गया है l यह समझ से परे है कि पुलिस अधीक्षक निवास के मुख्य द्वार व मुख्य मार्ग को वाहन पार्किंग स्थल बनाने की अनुमति कैसे दे दी जाती है l
एक ओर यातायात पुलिस विभाग द्वारा यातायात सप्ताह मनाकर यातायात नियमों का पालन करने जागरूकता लाने का प्रयास किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर मुख्य सड़क को बाधित कर वाहन पार्किंग की अनुमति देकर नियमों की धज्जियाँ उड़ाई जा रही है।
शहर के व्यस्ततम व मुख्य मार्ग तथा पुलिस अधीक्षक के निवास के सामने यह खेल हो रहा है जिसे देखकर यह कहना गलत होगा कि यातायात विभाग को इसकी खबर न हो और यातायात विभाग के बिना अनुमति के व सहमति के यह संभव भी नही है।
गरीब ठेले वाले व सडक किनारे कुछ बेचकर अपना व परिवार का पेट भरने वाले गरीबों लोगों को यातायात पुलिस द्वारा डंडे दिखाकर समझाइश देते और कार्यवाही का भय दिखाकर भगाते देखा जाता है पर ऐसे समय मे ये यातायात विभाग के अधिकारी कर्मचारी कहाँ चले जाते हैं और कोई कार्यवाही क्यों नही करते हैं , हो सकता है राजनीतिक संरक्षण व रखूख के चलते विभाग कोई कार्यवाही नही कर पाता या नियम कानून केवल गरीबों के लिये लागू होता है। ऐसा भी नही है कि यह कोई पहली दफा कार्यक्रम हो रहा है इससे पहले भी कई बार नटवर स्कूल मैदान मे कार्यक्रम आयोजित हो चुका है तथा मुख्य सडक पर कार्यक्रम का आयोजन कर व वाहन पार्किंग बनाकर नियमों को खूब धज्जियां उडाई जा चुकी है। आवश्यकता है कि ऐसे कार्यक्रमों के आयोजनों पर मुख्य सड़क को पार्किंग की अनुमति न दी जाये और मुख्य सड़क को बाधित न करते हुये वाहन पार्किंग हेतु कोई अन्य वैकल्पिक व्यवस्था की जाये।