नगर पालिका के कैशियर ने किया 36 लाख रुपये वित्तीय गबन !
सरायपाली (महासमुंद)। सरायपाली नगर पालिका में जनसमस्याओं के निराकरण हेतु सामान्य सभा की बैठक पालिका प्रशासन द्वारा आहूत की गई थी; जिसमें पार्षदगण, नगर पालिका अध्यक्ष तथा अधिकारीगण उपस्थित रहे ।
सामान्य सभा की बैठक में मुख्यमंत्री कोष से शहर के विकास के लिए 10000000 रुपए की लागत से होने वाले निर्माण कार्यों को स्वीकृति सर्वसम्मति से दी गई। जमीन हस्तांतरण के प्रकरणों में एक प्रकरण में आपत्ति के कारण रोक एवं बाकी प्रकरणों को स्वीकृति दी गई।
नगर पालिका की बैठक में नेता प्रतिपक्ष हरदीप सिंह रैना द्वारा लिखित में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिया गया; जिसमें प्रमुख रुप से नगर पालिका कर्मचारी अस्थाई कैशियर अशोक सामंतराय द्वारा वित्तीय अनियमितता के मामले में नगर पालिका प्रशासन एवं अध्यक्ष द्वारा जानकारी छुपाए जाने की बात को रखा गया, जिसमें मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा सामान्य सभा के सदस्यों को बताया गया कि 35.96 लाख रुपए वित्तीय अनियमितता ऑडिट के दौरान वृत्त के पद पर आसीन तथा अस्थाई नगर पालिका के कैशियर के कैशियर अशोक सामंतराय द्वारा की गई है, जिसके बाद कार्यवाही करते हुए अशोक सामंतराय से 35. 96 लाख रुपए की राशि रिकवर की गई तथा अशोक सामंतराय को निलंबित किया गया है, जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए नेता प्रतिपक्ष द्वारा दोषी कर्मचारी के ऊपर पालिका प्रशासन एवं अध्यक्ष द्वारा एफआईआर ना कराने को लेकर सवाल खड़े किए गए।
पार्षद रैना ने कहा की शासकीय राशि में गबन का मामला है, एफआईआर होनी चाहिए थी एफआईआर ना करा कर पालिका के सत्ता में बैठे लोग तथा अधिकारी दोषी व्यक्ति को बचा रहे हैं। यह पूरा मामला आपसी सांठगांठ का है। एक कर्मचारी जो भृत्य के पद पर है; उसको नगर पालिका का कैशियर बना दिया गया अब उसे बलि का बकरा बनाया जा रहा है..!