पीड़िता की शिकायत पर काँग्रेसी विधायक विनय भगत के साले नितेश भगत के विरुद्ध अपराध कायम।
दुष्कर्म की कोशिश करने वाले को सज़ा के तौर पर सिर्फ दो थप्पड़ और पीड़िता से माफ़ी ! क्योंकि यहां आरोपी विधायक का साला है। मासूम पुलिस विभाग मामले से अनभिज्ञ कहा – शिकायत नही हुई।
जशपुर विधायक विनय भगत के साले ने किया कॉलेज छात्रा से अनाचार का प्रयास, लिफ्ट देकर घर छोड़ने का बहाना कर सुनसान में ले जाकर किया दुष्कर्म का प्रयास, मामले के बाद गाँव में चल रही बैठक, मामले को दबाने का हो रहा प्रयास, विधायक की पत्नी ने अपने भाई को लगाया थप्पड़। पीड़िता से मंगवाई माफी, जशपुर सिटी कोतवाली का मामला।
जशपुर। नगर से लगे पंचायत में प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ अनाचार का प्रयास और घायल करने के मामले में ग्राम सभा के निर्णय को पीड़िता ने मानने से इनकार कर दिया है। पीड़िता ने न्याय के लिए जशपुर के युवाओं से मदद मांगी। इसके बाद बड़ी संख्या में युवाओं ने साथ देने का भरोसा दिलाया और युवा समूह के साथ पीड़िता शनिवार को सिटी कोतवाली जशपुर पहुंचकर पुलिस को आपबीती सुनाते हुए लिखित शिकायत दर्ज कराई।
पीड़िता छात्रा ने बताया कि विधायक विनय भगत के साले नितेश भगत ने उसके साथ अनाचार करने का प्रयास किया वह परीक्षा देकर अपने घर लौट रही थी तभी रास्ते में अपने बाइक में बिठा कर उसके साथ छल पूर्वक गिराने में ले गया और जब वह दुष्कर्म करने लगा तो बड़ी मुश्किल से भागकर अपनी सहेली की मदद से गांव पहुंची इस दौरान उसे काफी चोट भी आई है।
हालांकि मामले में पुलिस ने अभी तक विधिवत F.I.R. नहीं किया है और पीड़िता तथा युवाओं को इस बात पर थोड़ा संदेह भी है कि मामला हाईप्रोफाइल होने व विधायक के साले के ही आरोपी होने के कारण शायद शिकायत दर्ज ना हो। इस पर युवाओं ने कहा है कि वे पुलिस की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं। अगर मामले में प्रयास नहीं किया जाता है तो वे इस एक आंदोलन का रूप देते हुए पीड़िता को अपनी बहन मानकर न्याय दिलाने के लिए पहल करेंगे और आवश्यकता पड़ने पर धरना प्रदर्शन भी करेंगे। पीड़िता ने मीडिया को कैमरे पर पूरी कहानी बताई। पीड़िता ने यह भी बताया कि खाप पंचायत के तर्ज पर ग्राम सभा में इस विषय को लाया गया जो कि उचित नहीं था।
ग्राम सभा में आरोपी को दो-दो थप्पड़ मारने की सजा सुनाई गई जिससे वह सहमत नहीं है। फिर तो ने बताया कि विधिक प्रक्रिया का पालन करते हुए मामले में कार्रवाई हो और दोषी को गिरफ्तार किया जाए। वहीं पीड़िता ने मामला विधायक से जुड़ा होने के कारण किसी प्रकार के दबाव के सवाल पर कहा कि विधायक के द्वारा प्राथमिकी दर्ज ना कराने किसी प्रकार का दबाव नहीं बनाया गया है। बल्कि विधायक की पत्नी के द्वारा कहा गया कि भले ही आरोपी उसका भाई है लेकिन वह चाहती है कि उसके साथ न्याय हो।
अब देखना यह होगा कि पुलिस इस हाई प्रोफाइल मामले में क्या पीड़िता को न्याय दिलाते हुए एफआईआर कर पाती है या यह मामला ठंडे बस्ते में चला जाएगा। खबर यह भी है कि पीड़िता को F.I.R. करने से रोकने के लिए पंचायत के प्रभावी लोग लगे हुए हैं और थाने में भी आकर कुछ लोगों के द्वारा उसे F.I.R.. नहीं करने के लिए अलग अलग तरीके से दबाव बनाया जा रहा है। यह भी खबर है कि इस मामले को दबाने के लिए लाखों रुपए खर्च भी किए जा रहे हैं।
बहरहाल एस डी ओ पी राजेंद्र परिहार ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर आरोपी के विरुद्ध अपराध कायम कर लिया गया है।