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सुदर्शन चैनल के पत्रकार पर सौहाद्र बिगाड़ने के नाम पर (देखिए वीडियो) एफआईआर दर्ज।

“सुदर्शन न्यूज़ चैनल” धर्मान्धता की बीज बोने को लेकर पनपे इस जहरीले चैनल ने देश भर में हमेशा अपनी विवादित प्रसारण के लिए कुख्यात रहा है। अब इसकी एक शाखा छत्तीसगढ़ में भी अपनी पैर पसार चुका है। विगत कुछ दिनों से राजधानी रायपुर के पुरानी बस्ती थानांतर्गत कूकरी पारा में एक गली को लेकर दो समुदाय के अलग-अलग परिवारों के बीच उपजे विवाद; जो शांत हो चुका था, को लेकर सौहाद्र बिगाड़ने की स्थिति निर्मित करने वाले प्रसारण ने राजधनी रायपुर की फ़िजा में जहर घोल ही दिया था कि मोहल्ले के जागरूक नागरिकों और पुलिस की सजगता ने इसके पत्रकार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले में लगाम लगा दिया।
*रायपुर। पुरानी बस्ती थाने में सुदर्शन टीवी चैनल के पत्रकार योगेश मिश्रा सहित ओमेश बिसेन, विजया गुप्ता, करिश्मा गुप्ता के ख़िलाफ़ धारा 153A के तहत एक मामला दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता संजय सिंह जो कि पेशे से ठेकेदार है के द्वारा दर्ज FIR के मुताबिक़ जनवरी महीने में कुकरीपारा, पुरानी बस्ती में एक गली को लेकर दो परिवारों के बीच में विवाद पैदा हुआ था। इस मामले को लेकर विजया गुप्ता नाम की महिला का रफ़ीक मेमन नाम के व्यक्ति के बीच गाली गलौज हुआ था। जिसमें पुलिस ने रफ़ीक मेमन और उसके साथीयो के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर कार्रवाही किया गया था। दर्ज शिकायत के मुताबिक़ विगत 15 दिन पहले पटवारी एवं राजस्व निरीक्षक द्वारा सीमांकन किया गया था और उसका प्रतिवेदन रिपोर्ट आना बाक़ी।
सूत्रों के मुताबिक़ सुदर्शन टीवी चैनल ने महिला को लेकर एक रिपोर्टिंग किया था, जिसमें महिला ने कुछ धर्म विशेष लोगों के ख़िलाफ़ लगातार जान से मारने और बलात्कार की धमकी मिलने का आरोप लगाया था।
शिकायतकर्ता ने दर्ज मामले ये आरोप लगाया है 5-6 दिन पहले एक निजी चैनल द्वारा ये विवाद दो समुदाय के बीच का विवाद दिखाया गया था, जिसके कारण दो समुदाय के बीच सौहार्द बिगड़ने की स्थति निर्मित हो गयी थी। बाद में मोहल्ले के प्रबुद्द लोगों और पार्षद के द्वारा मामले को शांत करवाया गया। इस मामले में पुरानी बस्ती थाने में संजय सिंह नामक एक ठेकेदार ने एक FIR दर्ज करवाई जिसमें उसने पुलिस को मोहल्ले के नागरिको का हस्ताक्षरयुक्त आवेदन दिया है।
सूत्रों की माने तो संजय सिंह के एक क़द्दावर भाजपा विधायक का क़रीबी है, और संजय सिंह थाने शिकायत करने गया था तो उसके साथ एक पार्षद भी मौजूद था। पुलिस ने मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दिया है।

*सूत्र

Dinesh Soni

जून 2006 में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा मेरे आवेदन के आधार पर समाचार पत्र "हाइवे क्राइम टाईम" के नाम से साप्ताहिक समाचार पत्र का शीर्षक आबंटित हुआ जिसे कालेज के सहपाठी एवं मुँहबोले छोटे भाई; अधिवक्ता (सह पत्रकार) भरत सोनी के सानिध्य में अपनी कलम में धार लाने की प्रयास में सफलता की ओर प्रयासरत रहा। अनेक कठिनाइयों के दौर से गुजरते हुए; सन 2012 में "राष्ट्रीय पत्रकार मोर्चा" और सन 2015 में "स्व. किशोरी मोहन त्रिपाठी स्मृति (रायगढ़) की ओर से सक्रिय पत्रकारिता के लिए सम्मानित किए जाने के बाद, सन 2016 में "लोक स्वातंत्र्य संगठन (पीयूसीएल) की तरफ से निर्भीक पत्रकारिता के सम्मान से नवाजा जाना मेरे लिए अत्यंत सौभाग्यजनक रहा।

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