उज्ज्वला एलपीजी गैस की राशि बैंक खाते में मिलेगी, सिलेंडर की होगी होम डिलीवरी
गरियाबंद। भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अन्तर्गत सभी उज्ज्वला हितग्राहियों को 3 माह में 3 एलपीजी सिलिंडर (14.2kg ) मुफ्त देने की योजना शुरू की गई है। इसके लिए सभी हितग्राहियों के बैंक खाते में (जिसमें पहले एलपीजी सब्सिडी आती है) अप्रैल माह के रेट के बराबर पैसा डाला जा रहा है। उज्ज्वला हितग्राही को रिफिल फोन, ऑनलाइन, आईवीआरएस या किसी अन्य माध्यम से बुक करनी है और उसके बाद उसको होम डिलीवरी के माध्यम से गैस प्राप्त हो जाएगी, जिसका रिफिल रेट वितरक को देना होगा।
इस माह का सिलिंडर लेने के बाद ही दूसरे सिलिंडर का मूल्य हितग्राही के खाते में डाला जाएगा। पहला सिलिंडर ना लेने की स्थिति में हितग्राही को दूसरे सिलिंडर का रिफिल राशि, बैंक में ट्रांसफर नहीं किया जाएगा। उक्त जानकारी पाण्डुका इण्डेन ग्रामीण वितरक जितेंद्र कुमार घोघरे द्वारा दी गई है।
एक अन्य जानकारी के अनुसार इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, रायपुर एरिया कार्यालय के उप महाप्रबंधक द्वारा समस्त वितरकों को पत्र जारी कर, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के हितग्राहियों के लिए मुफ्त एलपीजी योजना के सम्बंध में लिखा है कि, कोविड – 19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए भारत सरकार ने कई उपाय किये हैं, उनमे से एक ताला बंदी भी है, जबकि लॉक डाउन आवश्यक है इसने व्यवसायिक गतिविधियों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है और गरीबो के लिए मुश्किलें पैदा की है। स्थिति की आर्थिक रूप से देख रेख करने हेतु सरकार ने गरीब और स्वास्थ्य सेवा कामगारों सहित राष्ट्र को 1.7 लाख करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज की घोषणा की है। इस पैकेज के तहत अप्रैल से जून 2020 तक तीन महीने की अवधि के लिए पीएमयूवाई लाभार्थियों को मुफ्त एलपीजी रिफिल देने के लिए 13 हजार करोड़ रुपये के पैकेज का प्रावधान किया है।
यह योजना सभी पीएमयूवाई ग्राहकों के लिए लागू है, किन्तु ऐसे ग्राहक इसकी पात्रता नही रखते जिनका कनेक्शन ब्लॉक हैं। तेल विपणन कंपनियां महीने के 14.2 किलो रिफिल के खुदरा बिक्री मूल्य के बराबर पीएमयूवाई हितग्राही के खाते में अग्रिम राशि जमा करेगी, 5 kg ग्राहकों के लिए 5 kg रिफिल के मूल्य के बराबर जमा की जाएगी, 5 kg ग्राहकों को एक महीने में अधिकतम तीन रिफिल के बराबर खुदरा मूल्य की राशि उनके बैंक खातों में दी जाएगी।