महाराष्ट्र की राजनीति में आखिरकार एक महीने तक सरकार बनाने की काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार देवेंद्र गंगाधर राव फड़नवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली।
आश्चर्य; अचानक ऐसा क्या हुआ कि रातों रात महाराष्ट्र में लागू राष्ट्रपति शासन हटाकर भाजपा ने वहां अपने चहेते को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दिया और वह भी राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ गठबंधन कर ! खैर, देवेंद्र फडनवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है वहीं अजित पवार डिप्टी सीएम बने हैं। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई।
इस शपथ के कुछ ही सेंकड (बाद) में ट्विटर पर पीएम मोदी का ट्विट आया जिसमें उन्होंने लिखा है – “देवेंद्र फड़नवीस और अजित पावर ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ ले ली है.. मैं उन्हें बधाई देता हूँ और भरोसा करता हूँ वे महाराष्ट्र के विकास में अहम योगदान देंगे”
ज्ञात हो कि महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए 21 अक्टूबर को चुनाव हुए थे और नतीजे 24 अक्टूबर को आ गए थे। किसी पार्टी या गठबंधन के सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करने की वजह से महाराष्ट्र में 12 नवंबर को राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था। शिवसेना के उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र की राजनीति में महाभारत के धृतराष्ट्र की भूमिका तो नहीं निभा पाया बल्कि इस मामले में उद्धव को पछाड़ते हुए पवार ने अपना पावर दिखा दिया। इधर NCP के सुप्रीमो शरद पवार ने प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया है – “सरकार बनाने के लिए भाजपा को समर्थन देने का अजीत पवार का निर्णय उनका व्यक्तिगत निर्णय है, न कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का।
जब महाराष्ट्र की राजनीति में शुक्रवार सब कुछ तय हो चुका था। कई दौर की बैठकों के बाद कांग्रेस एनसीपी और शिवसेना के बीच तय हो चुका था कि महाराष्ट्र के नए सीएम उद्धव ठाकरे होंगे और तीनों दल मिलकर शनिवार यानी आज सरकार बनाने का दावा पेश करने वाले थे। कि अचानक…
- रात करीब 11:45 बजे : अजित पवार और बीजेपी में डील पक्की हुई।
- रात 11:55 बजे : देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी को सूचना दी कि शपथ ग्रहण की तैयारी पुख्ता की जाए और शिवसेना और कांग्रेस में किसी को पता नहीं लगने पाए।
- रात 12:30 बजे : राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने नई दिल्ली के लिए अपनी यात्रा रद्द कर दी।
- रात 2:10 बजे : राज्यपाल के सचिव को कहा गया कि वह सुबह 5।47 बजे राष्ट्रपति शासन हटाने की अधिसूचना जारी करें और सुबह 6।30 बजे शपथग्रहण की व्यवस्था करें।
- रात 2:30 बजे : सचिव ने कहा कि वह दो घंटे में नोटिफिकेशन जारी कर देंगे और सुबह 7: 30 बजे तक शपथग्रहण की व्यवस्था कर देंगे।
- रात 1:45 बजे से लेकर शनिवार सुबह 9 बजे तक अजीत पवार फडणवीस के साथ रहे और शपथ ग्रहण होने तक नहीं गए।
- सुबह 5:30 बजे : फडणवीस और अजित पवार राजभवन पहुंचे।
- सुबह 5:47 बजे : राष्ट्रपति शासन हटाने की अधिसूचना जारी कर दी गई। लेकिन घोषणा सुबह 9 बजे हुई।
- सुबह 7:50 बजे : शपथ ग्रहण शुरू हो गया।
- सुबह 8:10 बजे : यह खबर पूरे देश में सुर्खी बन गई।
- सुबह 8:16 बजे : पीएम मोदी ने सीएम और डिप्टी सीएम को बधाई दी।