“दूषित पेयजल से मौत” के मामले में सुपेबेड़ा पछाड़ने को आतुर ग्राम “फरसरा”….

मैनपुर : पीने योग्य पानी के लिए सूखी नदी में गड्ढा खोदकर पानी सहेजते लोग...

देवभोग
गरियाबंद। जिला के विकासखंड के सुपेबेड़ा जो “किडनी की बीमारी से मौत” के चलते आज अपनी पहचान देश-प्रदेश बना चुका है। यहाँ अब तक दूषित पेयजल के कारण 100 से अधिक लोगों की जानें जा चुकी है।
अब ऐसा ही दूसरा स्थान मैनपुर के फरसरा ग्राम लेने जा रहा है, जहाँ की आबादी लगभग 150 की है जिनमें अधिकतर आदिवासी समुदाय से कमार-भुंजिया जनजाति के लोग निवास करते हैं। यहाँ लोग सालों से दूषित पानी पीने को मजबूर हैं ! गड्ढे खोदकर बूंद-बूंद पानी को सहेज रहे हैं।
