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आरोपियों को पकड़ पाने में पुलिस नाकाम…

वहशी बाप ने रिश्ते को किया शर्मसार।                      आरटीआई कार्यकर्त्ता पर हुए हमले का आरोपी फरार 
हवस में अंधे लोग रिश्तों की मर्यादा को भी तार-तार कर देतें हैं। लड़कियों से छेडख़ानी व बलात्कार के कई मामलों के आरोपी उनके परिचित या रिश्तेदार ही निकलते हैं। ऐसा ही एक मामला सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर थानांतर्गत ग्राम सतपता क्षेत्र से सामने आया है। यहां एक परिवार में कलयुगी पिता सौतेली बेटी को विगत 4 माह से अश्लील वीडियो दिखाकर उसके साथ आपत्तिजनक हरकत कर रहा था

बिश्रामपुर। सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर थाना क्षेत्र से रिश्ते को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति अपनी सौतेली नाबालिग बेटी को 4 महीने से अश्लील वीडियो दिखाकर उससे गलत हरकत करता था। उसने नाबालिग बेटी से (Try To Rape) बलात्कार करने की कोशिश भी की। पिता की इस हरकत से परेशान, पीडि़ता ने मोहल्लेवासियों के समक्ष पिता की करतूत उजागर कर दी। मोहल्ले वालों के सुझाव पर पीडि़ता ने ‘चाइल्ड केयर‘ में फोन कर आप बीती बताते हुए मदद मांगी। इस पर चाइल्ड लाइन सेंटर सूरजपुर केंद्र समन्वयक कार्तिक मजूमदार ने पीडि़ता का बयान दर्ज कर इसकी जानकारी बिश्रामपुर पुलिस को दी। चाइल्ड केयर के कर्मचारी की सूचना पर बिश्रामपुर पुलिस ने आरोपी पिता के विरुद्ध धारा 354, 509 ख के तहत अपराध दर्ज कर उसकी खोजबीन शुरू कर दी है।

कोरिया। बीते दिनों मनेंद्रगढ़ मुक्तिधाम के पास हुए आरटीआई कार्यकर्ता रमाशंकर गुप्ता के ऊपर प्राणघातक हमले के शामिल तीन मुख्य आरोपी; प्रमोद अग्रवाल इनकी पत्नी और इनका बेटा; के खिलाफ धारा 147, 148, 294, 506, 307 भा.द.वि. लगाकर अपराध पंजीबद्ध किया गया है। आश्चर्य कि घटना के मुख्य आरोपी प्रमोद अग्रवाल और उनका लड़का साथ में उनकी पत्नी को पुलिस अभी तक पकड़ पाने में सफलता नहीं प्राप्त कर पाई है ! जबकि मनेंद्रगढ़ क्षेत्र में धारा 144 लॉक डाउन और सीमावर्ती राज्य की सीमाएं पूरी तरह से सील हैं ऐसे में आरटीआई कार्यकर्ता के ऊपर हुए प्राणघातक हमले के मुख्य आरोपी कहां छुपे हुए हैं और पुलिस अब तक उसे क्यों गिरफ्तार नहीं कर रही है पुलिस के कामकाज में संदेह पैदा करता है।
गौरतलब हो कि बीते दिनों आरटीआई कार्यकर्ता रमाशंकर गुप्ता ऊपर हुए लाठी-डंडों से प्राणघातक हमले ने जहां उन्हें सिर और पसली के साथ शरीर के अन्य कई हिस्सों पर गंभीर चोटे आई है। रामाशंकर गुप्ता ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष बयान में अपने साथ हुए प्राणघातक हमले के मुख्य आरोपियों के नाम दर्ज करवाए जाने के बावजूद उनकी गिरफ़्तारी और फरारी को लेकर शंका जाहिर किया है, बता दें कि घायल आरटीआई कार्यकर्ता रमाशंकर गुप्ता का इलाज रायपुर के एम्स हॉस्पिटल में चल रहा है…

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