“फेसबुक” में सांसद को “चु….लाल” लिखकर फंस गया जनपद उपाध्यक्ष।
AK-47 से भी ज्यादा घातक है "सोशल मीडिया"
सांसद चुन्नीलाल साहू को फेसबुक पर ‘चु…..लाल’ जैसे अपमान जनक शब्द लिखकर फिंगेश्वर के जनपद उपाध्यक्ष रुपेश साहू बुरी तरह से फंस गए हैं। मामले को लेकर राजिम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। जिसकी जांच पुलिस कर रही हैं। सांसद के ऊपर गलत टिप्पणी को लेकर युवाओं में आक्रोश है। सांसद ने सभी युवाओं से पुलिस की जांच पर भरोसा करते हुए किसी भी तरह का प्रदर्शन या उग्र कदम उठाने से मना किया है।
महासमुंद। फिंगेश्वर जनपद पंचायत उपाध्यक्ष रुपेश साहू के इस विवादित टिप्पणी पर सांसद चुन्नीलाल ने कहा कि, इस तरह की हरकत अक्षम्य है। फेसबुक पर यह टिप्पणी क्षेत्र की जनता को अपमानित करने वाला है। इसके लिए क्षेत्र की जनता कभी माफ़ नहीं करेगी। ऐसी हरकत करने वाले जनपद उपाध्यक्ष के द्वारा सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगने पर मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।
सांसद के ऊपर गलत टिप्पणी को लेकर युवाओं में आक्रोश है। सांसद ने सभी युवाओं से पुलिस की जांच पर भरोसा करते हुए किसी भी तरह का प्रदर्शन या उग्र कदम उठाने से मना किया है। इसके बाद भी, आक्रोशित युवा जनपद उपाध्यक्ष रुपेश साहू के खिलाफ तत्काल एफआइआर नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
राजिम थाने में की गई रिपोर्ट में तीन दिवस के भीतर कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है। संयुक्त हस्ताक्षरित इस ज्ञापन में कोषाध्यक्ष जिला भाजपा गरियाबंद मनीष हरित, जिला प्रशिक्षण प्रमुख रिकेश साहू, भाजयुमो जिला महामंत्री राजू साहू, लोकेश यादव, कृष्ण कुमार, विजेंद्र, दिनेश, आदि के हस्ताक्षर हैं।
हुआ यह था
गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर ब्लॉक अंतर्गत लोहरसी गांव में सरस्वती शिशु मंदिर के बौद्धिक प्रक्षिशण कार्यक्रम 28 सितम्बर को आयोजित था, जिसमें सांसद चुन्नीलाल साहू निर्धारित समय से करीब तीन घण्टे विलंब से पहुंचे। इसी बात को लेकर सांसद व जनपद उपाध्यक्ष के बीच कहा-सुनी हो गई।
रुपेश साहू, फिंगेश्वर जनपद पंचायत उपाध्यक्ष का कहना है कि, सांसद ने कार्यक्रम के मंच पर मुझे सार्वजनिक रूप से अपमानित किया। इससे मन काफी दुखी था। इसके कारण सोशल मीडिया पर मैने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है। जिसमें किसी का नाम नहीं लिखा है। व्यक्तिगत विचारधारा को राजनीतिक रंग देकर और दलगत राजनीति से जोड़कर पुलिसिया कार्रवाई की जा रही है, तो जेल जाने के लिए मैं तैयार हूं। लेकिन, जब मैने कोई गलती नहीं की है तब माफी क्यों मांगूं? जहां विवाद हुआ, उस सभा में पूर्व सांसद चंदूलाल साहू सहित अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद थे। जो मुझे सार्वजनिक रूप से अपमानित करने के साक्षी हैं। न्याय पालिका पर पूरा भरोसा है।