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“शराब के नशे में चूर” बलिहारी गुरु आपकी, छात्राओं को “लव यू” बोलकर हो गए मशहूर !
कहते हैं स्कूल शिक्षा का मंदिर होता है, और शिक्षक भगवान स्वरुप इसलिए कहा भी गया है – “गुरु गोविन्द दोउ खड़े, काके लागूं पांव। बलिहारी गुरु आपकी गोविन्द दियो बताय।” लेकिन आजकल शिक्षा और शिक्षक का रूप बदल गया है। शिक्षा का केंद्र (स्कूल) व्यापार के केंद्र हो चुके हैं और शिक्षक मदिरा और हवस के शिकारी। छत्तीसगढ़ प्रदेश में जब से सत्ता दलों में पैदाइशी खसोटन लालों के संरक्षण में लूट-खसोट का धंधा पनपा है; सारे के सारे शिक्षा केंद्र व्यापार के संस्थान में तब्दील हो चुके है। रही बात शिक्षकों की तब उनकी तो पूछिए ही मत…..
सोशल मीडिया में आज दो खबरों पर मेरी नजर गई तो सोंचने और लिखने पर विवश कर दिया, एक खबर है cgmetro.com से जहाँ की खबर है कि – जशपुर जिलान्तर्गत कांसाबेल विकासखंड के ग्राम तुरंगखार प्राथमिक शाला में पदस्थ शिक्षक अजयदान मिंज शराब के नशे में चूर सोते हुए मिले। वही विद्यार्थी चुपचाप कक्षा में बैठे हुए शिक्षक के उठने का इंतजार करते हुए देखे गए।
इस बीच ग्रामीणों ने बच्चों को शिक्षक के साथ खड़ा कर तस्वीरें भी लीं, लेकिन शिक्षक को इसकी भनक तक नहीं लगी। शिक्षक के शराब पीने पर ग्रामीणों ने जमकर नाराजगी जताई। वायरल हुए वीडियो में शिक्षक टेबल पर सिर रखकर सोते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान ग्रामीण जब उनसे सवाल पूछते है कि वे बच्चों को पढ़ाने की बजाए शराब पीकर यहां सो रहे हैं, तो शिक्षक इससे इनकार करने लगता है।
दूसरी खबर तो और भी चौकाने वाली रही ! “राष्ट्रबोध डॉट कॉम” के अनुसार – गरियाबंद जिलान्तर्गत छुरा से 15 किलोमीटर दूर बिरनीबाहरा पंचायत के आश्रित ग्राम कुड़ेमा के मिडिल स्कूल में प्रधानपाठक द्वारा छात्राओं को कमरे में बंद कर उनसे अश्लील हरकत करने का मामला सामने आया है। घटना पिछले शनिवार की है और प्रधानपाठक बीआर ध्रुव के खिलाफ जांच कर रिपोर्ट जिला शिक्षाधिकारी एसएल ओगरे को भेज दी गई है।
ओगरे ने मीडिया को बताया जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपी को निलंबित करने की तैयारी की जा रही है।
आपको यह बता दें कि यहाँ भी प्रधानपाठक नशे में धुत्त होकर आता है। जिसकी शिकायत में छात्राओं ने मीडिया को बताया कि प्रधानपाठक बीआर ध्रुव से वे बहुत परेशान हैं। आए दिन वे इसी तरह शराब पीकर स्कूल आते हैं और अभद्र व्यवहार करते हैं। छात्राओं ने मांग की कि स्कूल में महिला प्रधान पाठिका और महिला शिक्षिका मिलनी चाहिए।