सोशल मीडिया पर हथियारबाज़ी का जलवा : खुद को डॉन बताने वाला कहीं पुलिस का दामाद तो नहीं ?
पुलिस की निष्क्रियता पर स्थानीय लोगों में नाराज़गी और दहशत दोनों बढ़ रही है...

बिलासपुर में एक कथित बदमाश अनुराग तिवारी सोशल मीडिया पर पिस्टल और तलवार के साथ दहशत फैलाकर पुलिस को दी खुली चुनौती दे दी है, मगर मामले में पुलिस की सुस्ती को देखते हुए उस बदमाश के खिलाफ अब तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं होने से मीडिया ने सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया है।
बिलासपुर hct desk : एक तरफ जहां जिले के पुलिस कप्तान अमन-चैन के लिए प्रयासरत हैं, वहीं दूसरी तरफ कथित बदमाश सोशल मीडिया पर हथियार दिखाकर पुलिस को खुलेआम चुनौती दे रहा है। इस मामले में नाम सामने आया है अनुराग तिवारी का, जो तोरवा थाना क्षेत्र का रहने वाला बताया जा रहा है और कुछ समय पहले विधायक/पार्षद मोती गंगवानी के घर के पास रहने की जानकारी भी सामने आई है। 18 अक्टूबर 2025 की शाम उसने अपने मोबाइल नंबर 9244087767 से व्हाट्सएप स्टेटस पर पिस्टल और तलवार लहराते हुए फोटो पोस्ट की थी।
गौरतलब है कि इसी पोस्ट में दिख रहे दूसरे आरोपी को सरकंडा पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन मुख्य आरोपी अनुराग तिवारी अभी भी गिरफ्त से दूर है और जिले के विभिन्न इलाकों में बेखौफ घूमता नजर आ रहा है। सोशल मीडिया पर पोस्ट के बाद से इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। स्थानीय लोगों के अनुसार, अनुराग एक आदतन अपराधी रहा है और उसके नाम कई बार क्रमागत मामलों में सामने आ चुका है।
तलवार और पिस्टल के साथ बेख़ौफ़ विचरण !
सूत्रों के अनुसार, दो-तीन दिनों से उसे मस्तूरी पुलिस के जयरामनगर, बनेश्वर और पाराघाट क्षेत्रों में तलवार और पिस्टल के साथ घूमते देखा गया है, इसके बावजूद तोरवा थाना और Crime Branch अब तक उसे गिरफ्तार नहीं कर पाए हैं ! स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही और सुस्त रवैये के कारण ऐसे अपराधियों के हौसले बढ़ रहे हैं।
सवाल इस बात का है कि सोशल मीडिया के जरिए खुद को जिले का डॉन बताने वाले इस कथित बदमाश के खिलाफ कब तक पुलिस सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर पाएगी, ताकि क्षेत्र में शांति बहाल हो सके और जनता भयमुक्त रहे। यह खबर एक डेस्क रिपोर्ट के तौर पर प्रस्तुत की गई है; जाँच और सत्यापन प्रशासनिक प्रवर्तनों के साथ जारी है।
