बालोद जिला पंचायत सदस्य के लिए क्षेत्र क्रमांक 14 में त्रिकोणीय मुकाबला
भाजपा प्रत्याशी के अपेक्षा कांग्रेस उम्मीदवार जितेंद यादव स्थिति ज्यादा मजबूत।
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गुरुर (बालोद) hct : छत्तीसगढ़ में इन दिनों चुनावी माहौल का एकतरफा नजारा हर गली मोहल्ले में प्रत्याशी अपने पूरे दमखम के साथ भीड़े हुए नजर आ रहे है। सबसे बड़ा अगर चुनावी माहौल देखने को मिलता है, तो वह है त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव क्योकि इस चुनाव में मतदाता को पंच से लेकर जिला पंचायत सदस्य चुनने का जो मौका मिलता है वह एक दिन की होती है। क्षेत्र क्रमांक 14 की बात करे तो इस बार की चुनावी दंगल में 3 उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रहा है।
पिछले पंचवर्षीय मीना सत्येंद्र साहू की ऐतिहासिक जीत हुई थी क्योकि लोगो के बीच उनकी पकड़ और वर्चस्व बेहतरीन बना हुआ था और कांग्रेस पार्टी से कुशल नेतृत्व करने वाली जनप्रतिनिधि के नाम से जाने जाते थे। आज भी अपने कार्य क्षेत्र में लोगो के मध्य काफी लोकप्रिय है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से अलविदा कहते हुए विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बागी होकर दोनों पार्टी को चुनौती देते हुये मैदान पर डटे रहे और विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी होने के कारण हार का भी सामना करना पड़ा और कांग्रेसी विधायक संगीता सिन्हा की जीत हुई। कुछ ही दिनों के बाद जिला पंचायत सदस्य मीना सत्येंद्र साहू भाजपा पार्टी का दामन थाम लिया और आज नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सभी प्रत्याशी और समर्थकों के साथ चुनावी प्रचार प्रसार में अपना बहुमुल्य योगदान देते हुये सहयोग कर रहे है।
क्षेत्रीय मतदाताओं में तेज राम साहू की छवि पैराशूट प्रत्याशी की
आपको बता दे कि क्षेत्र क्रमांक 14 में भाजपा अपना प्रत्याशी चुनने में भी असमर्थ नजर आ रहे थे भाजपा के युवा और कद्दावर नेता आदित्य पीपरे सहित मीना सत्येंद्र साहू और तेज राम साहू नामांकन दाखिल करने से भी पीछे नही हटे। इस बीच भाजपा के शीर्ष नेताओं ने देवकोट निवासी तेज राम साहू को अपना भावी उम्मीदवार के रूप में चुनकर उन्हें क्षेत्र क्रमांक 14 की चुनावी मैदान में उतार तो दिया है। लेकिन आमजन मानस के बीच एक अलग ही चर्चा का बाजार गर्म है।
स्थानीय लोगो का कहना है कि तेज राम साहू अन्य क्षेत्र से आकर दूसरे क्षेत्र में चुनावी उम्मीदवार की प्रत्याशी बनकर चुनाव लड़ रहे है। ऐसे में यह भी कयास लगाई जा रही है कि स्थानीय चेहरे पर मतदाताओं की निगाहें टिकी हुई है। जितेंद यादव स्थानीय व्यक्ति होने के साथ एक अच्छे नेता के रूप में जाने पहचाने जाते है। जिसके चलते क्षेत्र की जनता ज्यादा भरोसा और विश्वास जितेंद्र यादव पर जता रहे है। इससे इस क्षेत्र में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कही भाजपा उम्मीदवार की पकड़ की जंजीर मतदाताओं के बीच कमजोर कड़ी न बन जाए।