Chhattisgarh
मनरेगान्तर्गत निजी डबरी पर मजदूरों के जगह अधिकतम डबरी पर जेसीबी और ट्रेक्टर से निर्माण कार्य !
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनान्तर्गत के तहत बनने वाले निजी डबरी पर मजदूरों के जगह अधिकतम डबरी पर जेसीबी और ट्रेक्टर से निर्माण करवाया जा रहा है।
निजी डबरी पर तकनीकी सहायक और रोजगार सहायकों की अहम भूमिका।
सारंगढ़ जनपद पंचायत पर लगभग 189 हितग्राहियो को आबंटन हुआ डबरी अधिकतम पर जेसीबी और ट्रेक्टर से निर्माण।
सूत्रों से छन कर आयी जानकारी।


ताजा उदाहरण आपको ग्राम सिलयारी और ग्राम पंचायत कटेकोनी में देखने को भली-भांति मिल ही जायेगा जिसकी निर्माण जेसीबी और ट्रेक्टर से करवाया गया है। आपको बता दे ऐसे भी बहोतो डबरी निर्माण करवाया गया है जिस पर दूसरे जगह की मिट्टी को खनन कर लाकर तालाब की आकार को दिखाने के लिए मिट्टी को ट्रेक्टर से किनारे किनारे डाला गया है। जिस पर ट्रेक्टर जेसीबी के सहारा काम करवाया गया है।
मजदूरों को 150 दिन की मजदूरी देना है लेकिन यहां तो जेसीबी में काम करवाकर मजदूरों की नाम पर एफटीओ कर राशि जनरेट किया जा रहा है जिससे आगामी सर्वदारी निर्माण कामो से वंचित हो सकते है ग्रामीणों की मजदूरी को एक जीवनशैली की गतिविधि रोजगार गारंटी के तहत मिलती उसको भी भ्रस्टाचार से जोड़ कर जेसीबी से करवाया जा रहा है। हमने एक-दो तकनीकी सहायको को भी दूरभाष की माध्यम से सम्पर्क साधने की कोशिश किया, लेकिन परिचय सुनते ही पत्रकार की नाम फोन जाने पर बिजी और चुनाव ड्यूटी का हवाला दिया जा रहा है।


