Big Breaking : लॉक डाउन में कोरोना ग्रस्त उद्योग व आबकारी मंत्री कवासी लखमा का गोपनीय मंदिर भ्रमण ! देखिए वीडियो…
लापरवाही कहीं बन ना जाये सब पर भारी
राजधानी (hct)। विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO और भारत सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए प्रदेश सरकार ने पूरे प्रदेश में लाक डाऊन के साथ धारा 144 प्रभाव से लागू कराये जाना सुनिश्चित किया गया था। प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार की बातों को लोगों ने स्वीकार करते हुए इस आदेश को सफल बनाने में महती भूमिका निभाई जिसके चलते छत्तीसगढ़ अन्य राज्यों के मुकाबले बेहतर स्थति में है।
राज्य ने प्रदेश के जनता को COVID-19 संक्रमण से सुरक्षित करने के लिए कुछ नियम भी बनाये, मसलन छत्तीसगढ़ राज्य में मास्क पहनना अनिवार्य। नहीं पहनने वालों के खिलाफ कार्रवाई आदि। COVID-19 के संक्रमण व्यक्ति को आइसोलेशन और क्वारेटांइन में रहने संबंधित प्रदेश के उद्योग व आबकारी मंत्री कवासी लखमा जी शायद सरकारी आदेशों का अनुपालन करना उचित ढंग से समझ नहीं पाये और कोरोना से पीड़ित होने के बाद घर में आइसोलेशन पर रहने के बजाय टाइम पास करने के लिए रायगढ़ के मंदिरों में भटकने चले गए ! छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के मास्क पहनना अनिवार्यता आदेश को दरकिनार करते हुए मिडिया के समक्ष बयान जारी किया रायगढ़ आने की मंत्री जी ने किसी भी प्रकार की सूचना किसी को नहीं दी ? जबकि मंत्री महोदय खुद को कोरोना से संक्रमित होने की बात मिडिया के समक्ष कही है।
ज्ञात हो की कोरोनावायरस से संक्रमण के चलते कानून तोड़कर नियमों की अनदेखी करने वालों पर प्रदेश भर में कानुनी कारवाही हुई है वहीं मास्क नहीं पहनने वालों से जुर्माना भी वसुली की बात सामने आ चुकी है ऐसे में मंत्री महोदय जी खुद कोरोनावायरस से संक्रमित होते घुमने का आंनद लेने की और टाइम पास करने वाली बात किसी के गले नहीं उतर रही है।
गले में खराश और बुखार होने पर अस्पताल पहुंचे युवक की इलाज के दौरान मौत, 4 दिन से पीएम के लिए रखा है शव।
कोरोना की रिपोर्ट नहीं आने के कारण मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मर्च्युरी में 4 दिन से पड़ी लाश पोस्टमार्टम का इंतजार कर रही है। बता दें कि गुरूवार को अंबेडकर नगर निवासी युवक की संदिग्ध लक्षणों के बाद मौत हुई थी। रिपोर्ट नहीं आने के कारण शव का पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है।
ज्ञातव्य है कि गले में खराश और बुखार का इलाज कराने मेडिकल कॉलेज अस्पताल गए युवक अश्वनी सूर्यवंशी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। संदिग्ध मामला और कोरोना से मिला-जुला लक्षण होने पर लाश को मर्च्युरी में रखा गया है। उसका कोरोना टेस्ट कराने के लिए सैंपल भेजा गया है।
गुरूवार को हुई इस मौत के बाद भेजा गया सैंपल रिजेक्ट हो गया तो शनिवार को दोबारा से इसके सैंपल लिए गए और एम्स में भेजा गया। अब 4 दिन बीत चुके है। लेकिन लाश पोस्टमार्टम का इंतजार कर रही है। वहीं परिजन हर दिन सुबह-शाम अपने बेटे का अंतिम संस्कार करने के लिए पोस्टमार्टम कर लाश देने के लिए गुहार लगा रहे हैं; लेकिन डाॅक्टरों का कहना है कि जब तक कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक लाश का पोस्टमार्टम भी नहीं किया जा सकता है। इस स्थिति में 4 दिनों से युवक की लाश मेडिकल कालेज के मर्च्युरी में पड़ी हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मृत युवक की रिपोर्ट नेगेटिव मिलने पर लाश को परिजनों सुपुर्द कर दिया जाएगा। यदि रिपोर्ट कोरोना पाॅजिटीव आई तो डॉक्टरी स्टॉफ से लेकर अंबेडकर नगर कालोनी को भी क्वारेंटिन किया जाएगा।
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