लो, शुरू हो गई कांग्रेसियों की गुंडागर्दी। आदिवासी युवक को रॉड और लात-घूसों से मारकर किया बेहोश।
छत्तीसगढ़ के गठन के साथ थोपे कांग्रेस के मुख्यमंत्री की भय से त्रस्त प्रदेश की जनता ने उसे १५ बरस का वनवास दे दिया था और भोली सूरत दिल के…. रमन को सत्ता की बागडोर सौंप दी थी मगर, राजनीती होती ही है “गंदगी का कुंड” और स्थिरता में गंदगी का जमावड़ा होता ही है, सो भाजपा नेतृत्व वाली सरकार में भी गंदे लोगों ने; प्रदेश में गंदगी बिखेरना शुरू कर दिया था और जिस तरह से यह भी कहा जाता है इतिहास अपने को दोहराता है पुनः बेहाल जनता ने तस्वीर कायापलट कर कांग्रेस को पूर्ण बहुमत में सत्ता की चाबी सौंप दी। कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नहीं होती किसी ने सच ही है…
जशपुर (hct)। जिला जशपुर अंतर्गत फरसाबहार थाना अधीन ग्राम खूट गाँव निवासी एक आदिवासी युवक पिरथोराम ने कांग्रेसी नेता पूरन वर्मा (आपको बता दें पूरन वर्मा की पत्नी फरसाबहार के बीडीसी रह चुकी हैं और वर्तमान में वर्मा कांग्रेस पार्टी के सेक्टर प्रभारी हैं।) और उसके बेटे अमित वर्मा के द्वारा उसे घर मे बुलाकर लोहे के राड़ और लात-घूसों से बेदम पिटाई करने का आरोप लगाते हुए फरसाबहार थाने में शिकायत दर्ज करवाया है।
आदिवासी युवक की शिकायत पर जशपुर जिले के फरसाबहार थाना पुलिस ने कांग्रेसी नेता पूरन वर्मा और उसके बेटे अमित वर्मा के विरूद्ध मारपीट करने सहित आदिवासी अत्याचार के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पिरथोराम के साथ सबसे पहले वर्मा पिता-पुत्र ने 3 अक्टूबर को घर मे बन्द करके लात घूंसों और चप्पल जूतों से उसे खूब पीटा किसी तरह वह उनके चंगुल से निकल कर भाग तो गया, लेकिन 10 तारीख को शाम करीब 7 बजे जब जब पिरथो दुकान जा रहा था, उसी समय आरोपियों ने उसे घेर लिया और उसे रॉड तथा लात-घूंसों से पीटना शुरू कर दिया। पीड़ित युवक ने बताया कि आरोपीगण उस पर छेड़छाड़ का आरोप लगाकर पीट रहे थे। जबकि वह निर्दोष है, उसने ऐसा कुछ नही किया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बताया जाता कि आरोपीगण द्वारा आरोपी पिर्थो राम भगत को इतना मारा कि वह बेहोश हो गया था। उसे बेहोशी हालत में ही आरोपियों ने खेत मे बेहोश छोड़कर भाग गए। घिचा सरपंच संजय निकुंज और कुछ ग्रामीणों की नजर बेहोश पड़े पिरथोराम भगत पर पड़ी तो ग्रामीणों की मदद से उसे अस्पताल लाया गया।
10 अक्टूबर को पिरथोराम आरोपियों से मार खाने के बाद फरसाबहार थाना आ गया और उसने मामले की लिखित शिकायत फरसाबहार थाने में की। दिए गए आवेदन की जांच पूरी होने के बाद फरसाबहार थाना पुलिस ने गत 15 अक्टूबर को आरोपी पूरन वर्मा और उसके बेटे अमित वर्मा के विरुद्ध आदिवासी युवक को जातिगत गालियाँ देते हुए रास्ता रोक कर और घर मे बन्द कर मारपीट करने सहित आदिवासी अत्याचार के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
वहीं दूसरी ओर पूरन वर्मा ने पिरथोराम के विरुद्ध में छेड़खानी का मामला दर्ज कराया गया है। खबर प्रसारित होने तक जानकारी मिली है कि दोनो रिपोर्ट में किसी भी पक्ष की गिरफ्तारी नही हुई है।
सूत्र *munadi.com