- “लानत है उन पर जो हर साल बुराई का प्रतीक मानकर रावण जैसे प्रकांड ब्राह्मण का पुतला दहन करते है और अंत में जय श्री राम का जयकारा लगाते अपने घरों को लौटकर बड़े ही तुर्रमखाँ की औलाद बन ठाठ से अपने माथे में तिलक लगवा पूजा करवाते हैं। ढोल पीटने वालों, दशहरे पर जब हम बुराई के खात्में के प्रतीक रावण को जलाने की तैयारी में लगे थे, उसी दौरान दो दरिंदों ने पांच साल की एक मासूम आदिवासी बच्ची को हवस का शिकार बना डाला…”
Read Next
34 mins ago
शिव मंदिर से तांबे की जलहरी चोरी, पुलिस का बहाना – “चोर नाबालिक है”
4 hours ago
15 वर्षों के बाद ग्राम खोरदो को मिला अपना राशन दुकान।
2 days ago
गुरूर कॉलेज में शिक्षकों का सम्मान और फ्रेशर्स पार्टी, स्वागत एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम
2 days ago
गुरुर : धनोरा में निजी मकान पर प्रार्थना सभा विवाद, सर्व हिंदू समाज ने प्रशासन से लगाई रोक की मांग।
6 days ago
सिकल सेल संस्थान में फैसले ठंडे बस्ते में, श्रमिक और मरीज दोनों बेहाल
1 week ago
देवभोग की पंचायतों में “स्वच्छता घोटाला” !
2 weeks ago
बालोद में एचआईवी-एड्स जागरूकता हेतु इंटेंसिफाइड आईईसी कैंपेन की शुरुआत
2 weeks ago
नो हेलमेट नो पेट्रोल अभियान: एसोसिएशन का फरमान और लोजपा का विरोध
2 weeks ago
गरियाबंद इंजेक्शन कांड : गार्ड बनी डॉक्टर, अफसर तमाशबीन ! मामला पहुँचा हाईकोर्ट…
2 weeks ago
सीसी रोड बना ही नहीं, ठेकेदार ने रुपये डकारे – अब होगी विभागीय जांच…
Related Articles
Check Also
Close
-
कोरबा में सौतेला पिता ने चार साल के मासूम को पटक-पटक कर मार डालाOctober 14, 2024