गरियाबंद। एकीकृत आदिम जाति विकास परियोजना अंतर्गत परियोजना क्रियान्वयन समिति की बैठक परियोजना सलाहकार मंडल की अध्यक्ष श्रीमती धनेश्वरी मरकाम की अध्यक्षता में आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित किया गया।
बैठक में कलेक्टर श्याम धावड़े, परियोजना प्रशासक एल.आर. कुर्रे एवं सदस्यगण मौजूद थे। बैठक में विशेष केन्द्रीय सहायता मद अंतर्गत 2016-17 में स्वीकृत कार्यो की प्रगति की समीक्षा की गई। परियोजना प्रशासक कुर्रे ने बताया कि कुल 46 स्वीकृत कार्यो में से 38 कार्य पूर्ण हो गये हैं तथा 8 कार्य अपूर्ण है।
श्रीमती मरकाम ने अपूर्ण कार्यो को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं। समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि विशेष केन्द्रीय सहायता मद अंतर्गत प्राप्त स्वीकृत कार्यो को समय-सीमा में पूर्ण किया जाए। उन्होंने क्रियान्वयन एजेंसियों को गुणवत्तापूर्ण कार्य करने के निर्देश दिये। श्रीमती मरकाम ने अधिकारियों को मिलकर कार्य करने कहा।
कलेक्टर धावड़े कहा कि सभी क्रियान्वयन एजेंसी स्वीकृत कार्यो की प्रगति को सदस्यों से अवगत कराते हुए दिखाए। साथ ही कहा कि हितग्राहीमूलक कार्यो की सूची भी सदस्यों को उपलब्ध कराया जाए। बैठक में जिला पंचायत सदस्य श्रीमती लोकेश्वरी नेताम ने कहा कि हितग्राहियों का चयन जनपद स्तर से हो एवं सामाजिक संगठनों की भी भूमिका हो। विधायक प्रतिनिधि श्रीमती ममता राठौर ने कहा कि जिले को मिलजुलकर आगे बढ़ायेंगे। बैठक में 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाये जाने के संबंध में भी चर्चा की गई। जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, स्वास्थ्य, कृषि, उद्यान, रेशम, शिक्षा, मत्स्य सभी विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
उपेक्षा से नाराज हुई अध्यक्ष
जिला कार्यालय में आयोजित परियोजना क्रियान्यवन समिति की बैठक में पहली बार पहुंची नव मनोनीत अध्यक्ष धनेश्वरी मरकाम ने बैठक की कार्यवाही पर नाराजगी जाहिर की है , उन्होंने अधिकारियों पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। बैठक के बाद एक चर्चा के दौरान unhone कहा कि पहली बार बैठक में पहुंचे नए अध्य्क्ष व अन्य जनप्रतिनिधियों का सन्मान करना जरूरी नही समझा गया , इसके अतिरिक्त बैठक में परिचय की औपचरिकता भी पूरी किये बिना कार्यवाही प्रारम्भ की जा रही थी , जिसका हमने विरोध किया।
श्रीमती धनेश्वरी मरकाम ने कड़े शब्दों में कहा की आदिवासी महिला समझ मुझे कमजोर समझने की भूल ना की जाए। बैठक में उनके साथ उपस्थित रही राजिम विधायक प्रतिनिधि ममता राठौर ने भी धनेश्वरी मरकाम की नाराजगी को स्वाभविक बताया। श्रीमती ममता राठौर ने भी कहा की पहली बार पहुंची अध्य्क्ष व जनप्रतिनिधियों का स्वागत साथ ही परिचय की औपचारिकता निभाना जरूरी था।