Judiciary
एक तरफ देश एक बुरी “अवसाद” से ग्रस्त उन्मादी भीड़ में तब्दील गुटों की हिंसा से ग्रस्त *(मॉब लिंचिंग) होकर आए दिन एक न एक घटनाओं को अंजाम दे रहा है वहीं ऐसे समय में उक्त मामलों पर तुरंत सुनवाई वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने यह कहा है कि *“संबंधित मामले की जल्द सुनवाई नहीं की जा सकती, समय आने पर ही सुनवाई होगी।”
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