गणेश झांकी पर पत्थरबाजी कर सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने का प्रयास
बरियों पुलिस चौकी क्षेत्र के आरा गांव में 10 दिनों तक पूजा-अर्चना के बाद मंगलवार शाम को गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए झांकी निकाली गई थी। शाम लगभग छह बजे मुस्लिम बहुल वाले मोहल्ले से झांकी गुजर रही थी। उसी दौरान झांकी का वीडियो बना रहे एक युवक पर मोबाइल पर पत्थर लगा।
राजपुर : छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के आरा गांव में गणेश प्रतिमा विसर्जन झांकी पर मुस्लिम समाज के कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। पथराव में एक बालिका घायल हो गई।सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने के प्रयास का गणेश पूजा आयोजन समिति ने पुरजोर विरोध किया। इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने रात में ही गांव पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गांव में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
बरियों पुलिस चौकी क्षेत्र के आरा गांव में 10 दिनों तक पूजा-अर्चना के बाद मंगलवार शाम को गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए झांकी निकाली गई थी। शाम लगभग छह बजे मुस्लिम बहुल वाले मोहल्ले से झांकी गुजर रही थी। उसी दौरान झांकी का वीडियो बना रहे एक युवक पर मोबाइल पर पत्थर लगा। नजदीक के घर से पत्थर फेंका गया था। इसे नजरअंदाज कर झांकी में शामिल लोग आगे बढ़े तो फिर एक पत्थर आकर बालिका को लगा। उसके सिर में चोट आई। झांकी में पथराव से माहौल बिगड़ गया। गणेश पूजा आयोजन समिति से जुड़े गांव के लोगों ने पत्थरबाजी का विरोध शुरू कर दिया। मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा पत्थरबाजी किए जाने की जानकारी लगते ही आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। नाराज लोगों ने बरियों पुलिस चौकी पहुंचकर आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। आरा गांव में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश से उपजे तनाव की सूचना पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी आरा गांव पहुंच गए। गणेश पूजा आयोजन समिति की ओर से पत्थरबाजी करने वालों के विरुद्ध फिर और गिरफ्तारी की मांग की गई दोनों पक्षों को समझाइए देकर मामला शांत किया गया स्थिति ना बिगड़े इसे देखते हुए रात से ही अतिरिक्त पुलिस बल गांव में तैनात कर दिया गया । बुधवार को घटना के दूसरे दिन भी आर गांव में पुलिस बल तैनात था किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस कर्मचारी सजग थे दूसरे दिन किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं हुआ।
राजपुर थाना प्रभारी भारद्वाज सिंह ने बताया कि पत्थरबाजी करने वाले चार आरोपितों के विरुद्ध अपराध पंजीकृत किया गया है। मंगलवार रात में ही गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान चलाया गया था। गांव के हसीब (50) , इमाम (45) व इस्लाम (50) व इस्तखार को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि इन चारों आरोपितों का घर पत्थरबाजी वाले स्थल के अगल-बगल है। गणेश पूजा आयोजन समिति की ओर से इन सभी के विरुद्ध लिखित शिकायत भी की गई थी।
संवेदनशील ग्राम है आरा , पूर्व में भी हो चुकी हैं घटनाएं
सरगुजा और बलरामपुर जिले की सीमा पर स्थित राजपुर जनपद का आरा गांव संवेदनशील है। यहां सांप्रदायिक तनाव की स्थिति पहले भी निर्मित हो चुकी है। वर्ष 2022 में नए साल के पहले दिन पड़ोस के गांव कुंदीकला तथा आरा के कुछ युवक पिकनिक मनाने गए थे। पिकनिक स्थल पर दोनों गांव के युवाओं के बीच विवाद हुआ था।गांव के वरिष्ठ लोगों की समझाइश के बाद मामला शांत हो गया था। अगले दिन रात को मुस्लिम समाज के लोगों ने कुंदीकला गांव में रहने वाले एक यादव परिवार पर हमला कर दिया था।घर में घुसकर लोगों से मारपीट की गई थी। इस घटना का पुरजोर विरोध किया गया था। मुस्लिम समाज के लोगों से आर्थिक संबंध नहीं रखने का निर्णय कई गांवों के हिंदू समाज के लोगों ने लिया था। इस घटना के बाद मुस्लिम समाज के कई लोगों को गैर जमानती धाराओं के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया था।