राशन की दुकान की बहाली के लिए 15 हजार रुपए मांग रहा था अधिकारी, रिश्वत लेते धराया
रतलाम के जावरा में एक खाद्य अधिकारी को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। वह एक राशन की दुकान को बहाल करने के नाम पर 15 हजार रुपए मांग रहा था। इस राशि के 4 हजार रुपए लेते उसे ट्रैप कर लिया गया।
HIGHLIGHTS
- रतलाम के जावरा में लोकायुक्त की कार्रवाई
- कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी है प्रेम अहिरवार
- 4 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा
रतलाम। जावरा के कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी प्रेम कुमार अहिरवार को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते पकड़ा है। वह उचित मूल्य की निलंबित दुकान को बहाल करने के लिए एक व्यक्ति से चार हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था।
खबर खेलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई कागजी कार्रवाई के बाद नोटिस देकर छोड़ा गया। लोकायुक्त पुलिस के अनुसार शिकायतकर्ता देवी सिंह गुर्जर निवासी ग्राम अरनिया गुर्जर तहसील पिपलोदा ने पिछले दिनों लोकयुक्त उज्जैन एसपी ऑफिस जाकर लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा को शिकायत की थी कि भोलेनाथ स्वयं सहायता समूह को आवंटित उचित मूल्य की दुकान किसी कारणवश निलंबित कर दी गई थी।
उक्त उचित मूल्य की दुकान पर शिकायतकर्ता की पत्नी पार्वती देवी समूह की सचिव एवं विक्रेता है। उक्त दुकान की निलंबन से बहाली के लिए कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी जावरा आरोपित प्रेम कुमार अहिरवार 15 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है।
शिकायत मिलने पर एसपी ने लोकायुक्त डीएसपी राजेश पाठक के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन कराया। शिकायत सही पाए जाने पर प्रेम कुमार अहिरवार को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ने के लिए डीएसपी राजेश पाठक द्वारा आठ सदस्य ट्रैप दल का गठन किया गया।
दल बुधवार को सुबह जावरा पहुंचा तथा योजना के अनुसार प्रेम कुमार अहिरवार के जावरा स्थित शासकीय घर के आसपास घेराबंदी की। कुछ देर बाद देवी सिंह गुर्जर ने घर मे जाकर प्रेम कुमार अहिरवार को चार हजार रुपये रिश्वत के दिये तथा बाहर आकर दल के सदस्यों को इशारा किया।
सदस्यों ने तत्काल वहां पहुंच कर प्रेम कुमार अहिरवार को पकड़ लिया तथा रिश्वत के रुपये जब्त किए। दल में डीएसपी राजेश पाठक, निरीक्षक दीपक सेजवार, प्रधान आरक्षक हितेश आदि शामिल थे।