राजधानी सहित समूची पुलिस प्रशासन इन दिनों परिवर्तन की शीतलहर की चपेट में है। चाहे किसी भी राह चलते इंसान को कोई भी ऐरा-गैरा-नत्थू-खैरा खुलेआम हाथों में चाकू लेकर जानलेवा हमला कर दे अथवा किसी भी मासूम लड़की की अस्मत से कोई भी हराम का जना वैध अथवा अवैध तरीके से खेल जाए, ये खाकीधारी उसके संरक्षक ही साबित हुए हैं साहब।
ये तो शुक्र है कांग्रेस सरकार का कि इनके शपथ ग्रहण होते ही एक ईमानदार पुलिस उच्चाधिकारी जिसे भाजपा ने लूप लाइन में डाल रखा था ! भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने पुलिस विभाग के दो महत्वपूर्ण माने-जाने वाले अभिन्न अंग क्राइम और स्पेशल सेल को निष्क्रिय/भंग कर दिया।
रायपुर। पचपेड़ी नाका मे टिकरापारा थाने की चौकी के ठीक सामने महेंद्रा ट्रेवल्स से लगी हुई दीपक पान पैलेस एंड मोबाइल दुकान में कल रात कैमरा में कैद हुई चोरी की विफल घटना…
ज्ञात हो कि टिकरापारा थाने की इस चौकी में सालों से 24 घंटे कोई न कोई जवान तैनात रहते हैं; बावज़ूद इसके, ऐसी घटना उक्त पुलिस कर्मी जवान की गैर जिम्मेदारी एवं भविष्य में होने वाले अपराध की ओर इशारा करती हैं।
आपको बता दें कि अभी हाल ही के दिनोंं में इसी थाना (टिकरापारा) परिक्षेत्र में दिनदहाड़े एक साथी युवक ने अपने ही एक दोस्त को किसी बात पर चाकू मार दिया था, घटना को 36 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस सक्रिय नहीं हो पाई थी और आरोपी युवक राज्य से फरार हो गया। हालांकि इस खबर को भी वेब मीडिया “हाईवे क्राइम टाईम” ने ही सबसे पहले प्रसारित किया था, उसके बाद ही पुलिस हरकत में आई और फरार आरोपी को नागपुर से गिरफ्तार किया गया।
एक ऐसी ही और घटना है जिसमे पंडरिया पुलिस आरोपी एवं सह आरोपी को एफआईआर दर्ज होने के बाद भी गिरफ्तार नहीं कर रही है और उल्टे प्रार्थिया एवं उसके परिजन को बयान लेने के बहाने आरोपियों को पूरी तरह से भागने अथवा कानूनी प्रक्रिया से बचने का रास्ता अख्तियार कर रही है…!