ChhattisgarhConcern
पहली बारिश में ही शासकीय प्राथमिक शाला आड़मुड़ा हुआ बेहाल
आखिर कैसे “स्कूल चलें हम…?”
कीचड़ भरे रास्ते से परेशान बच्चे…
लगभग 50 लाख की लागत से एनटीपीसी लारा प्रबन्धन ने बनवाया था स्कूल
रायगढ़। जिले में मानसून ने भले काटने की जल्दीबाजी में शाला भवन अजर आहता निर्माण में बरती ही कुछ धांधलियों पर उद्योग प्रबन्धन का उचित ध्यान नही गया। जिसका दुष्परिणाम यह रहा कि स्कूल भवन ने मुख्य द्वार के पास एनटीपीसी प्रबन्धन के द्वारा 12-15 फ़ीट चौड़ी तथा 5 फिट गहरी ड्रेन खोद कर छोड़ दी गई। जिसका निर्माण न हो पाने की वजह से प्राथमिक शाला भवन तक बच्चे और शिक्षक पहुंच नही पा रहे हैं। तीन दिनों से जारी बारिश की वजह से स्कूल के मुख्य द्वार पर खोदे गए ड्रेन से निकाली गई मिट्टी दलदल में बदल गई। जिसे पार कर स्कूल भवन तक जाना किसी चुनौती से कम नही है। यही वजह रही कि मानसून के प्रथम चरण की बारिश के बीच स्कूल बीते दो दिनों से बन्द पड़ा हुआ है।
स्कूल भवन निर्माण में कुछ अन्य खामियां भी पाई गई है जो बारिश के होते ही सामने दिखने लगी है। स्कूल भवन का प्रांगण (मैदान) जिसे नई मिट्टी से पाटा गया है वह भी अधिकांश जगहों पर कीचड़ भरे दलदल में तब्दील हो गया है। बहरहाल बारिश के बीच आज सुबह जब कुछ उत्साही बच्चे स्कूल भवन पहुंचे तो कल की तरह आज भी स्कूल भवन को बंद पाया। स्कूल के मेंन-गेट के पास कीचड़ में घुसकर खड़े कुछ बच्चों को जब किसी जागरूक नागरिक ने देखा तो उसने सोशल मीडिया में यूनिफार्म में खड़े इन नन्हे-मुन्हे बच्चो की तस्वीरें इन दो लाइनों के साथ पोस्ट कर कि “कीचड़ भरे रास्ते….आखिर कैसे स्कूल चलें हम”