टूटती उम्मीद लुटती जनता, कालाबाजारी का गढ़ बालोद।

(संवाददाता)
बालोद। जिला में इन दिनों सरकारी राशन दुकानों की शिकायतों में लगातार इजाफा देखा जा रहा है। राशन दुकान के सेल्समेनो के द्वारा जनता को मिलने वाली राशन साम्रागी जैसे – शक्कर, कैरोसिन के दाम को सरकार के द्वारा निर्धारित मुल्यो से अधिक में बेंचा जा रहा है। गौरतलब की बात है कि जिला के अधिंकाश उचित मुल्यो की दुकान पर राशन सम्रागी के साथ कौन से कार्डधारी को किस मूल्य पर राशन दिया जाना है ये लिखा नही गया है, और राशन दुकान पर सेल्समैन का नाम मोबाइल नंबर अंकित नहीं है; जिससे सहजता से अंदाजा लगाया जा सकता है कि राशन दुकान संचालन के नियम व शर्तो का पालन किस परिस्थितियों में हो रहा है।
संजीवनी के लिए निकले विधायक
जिला के गुंडरदेही विधायक इन दिनों पहले से और ज्यादा मेहनत करते दिख रहे हैं ताकि क्षेत्र के आम जनता लाकडाऊन के बाद किसी भी प्रकार के मुसीबत से जुझते नजर ना आ सके, इसके लिए कुंवर सिंह निषाद हर स्तर पर मेहनत कर रहे हैं। चाहे जागरूकता हो सफाई हो या आम जरूरत के मसला; आज कलेक्ट्रेट बालोद में गुण्डरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद ने विधानसभा अंतर्गत संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुण्डरदेही, अर्जुन्दा एवं देवरी बंगला में 108 एम्बुलेंस सेवा प्रारंभ करने के लिये बालोद कलेक्टर रानू साहू से विचार विमर्श किया, साथ ही उक्त संदर्भ में श्री टी. एस. सिंहदेव मंत्री, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, छ.ग. शासन से भी चर्चा किया। उनके अनुसार बहुत जल्द सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 108 एम्बुलेंस की सुविधा का आश्वासन माननीय मंत्री महोदय जी द्वारा मिला है। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी बालोद अध्यक्ष चंद्रपभा सुधाकर जी एवं डौण्डीलोहारा जनपद अध्यक्ष जागृत सोनकर भी उपस्थित रहे।
ज्ञात हो कि जिला के संजिवनी वाहनों की हालत देखरेख और मेंटेनेंस के अभाव में काफी जर्जर हालत में है आने वाले दिनों में हमें मेडिकल सेवाओं को और बेहतर बनाने की तैयारी अभी से कर लेने चाहिए। गुंडरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद की दुरदृष्टी के परिणामस्वरूप और जिला कलेक्टर रानु साहू के प्रयास से यदि नये एम्बुलेंस की सुविधा मिलती है तो आने वाले दिनों में जिला के मरीजों को इसका सिधा लाभ मिलेगा।
17 रूपये में मिलने वाली शक्कर 20 रुपये में बेंचा जा रहा है, पूरे जिले में इस प्रकार के मामले लगातार सामने आ रही है। वही जिला प्रशासन के आला अधिकारी मामले को गंभीरता से ले नहीं रहे है। प्रदेश के केबिनेट खाद्य मंत्री अमरजीत भगत स्वंय जिला के प्रभारी है; और जिला के तीनों विधानसभा में कांग्रेस के विधायक हैं, इसके बाद भी कालाबाजारी का आलम यह कि रोज जनता को लुटने की सिलसिला लगातार जारी है !
डौंडीलोहारा के खेरथाबाजार में बीते दिनों पंचायत के प्रतिनिधियों के समक्ष ही इसका प्रत्यक्ष प्रमाण देखने को मिला। हैरानी की बात यह है कि प्रदेश के खाद्य मंत्री के प्रभार वाले जिले का हालत इस प्रकार है तब प्रदेश के और अन्य जिलों की हालत क्या होगी ? जिला खाद्य अधिकारी विजय किरण के अनुसार राशन दुकान संचालकों के द्वारा अनियमितता पाये जाने पर संबंधित एसडीएम कार्यवाही के लिए सजग है। बीते दिनों ग्राम मनौद के राशन दुकान संचालक के विरुद्ध कार्यवाही कर उनके खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया गया है। वहीं गुण्डरदेही के खेरूद में अनियमितता पाये जाने पर दुकानदार का सिर्फ लायसेंस रद्द किया गया ! जबकि दोनों ही मामले एक जैसे हैं। वहीं खेरथाबाजार के राशन दुकान की खबर कवरेज करने गये कुछ पत्रकारों के साथ सेल्समेन और फुड इंस्पेक्टर के द्वारा सहयोग ना करते हुए उनके आईडी कार्ड लेकर घंटों बिठाये जाने की बात भी सामने आई हैं।
दरअसल जिला के ग्रामीण अंचलों के समाचार कव्हरेज पर निकले पत्रकारों ने खेरथा के राशन दुकान के सेल्समैन से पूछा कि मिट्टी तेल (kerocine) का भाव प्रति लीटर के हिसाब से 38.86 रुपये है, तो आप 39 क्यों वसूल रहे हो ? जो पैसा बचता है, उसकी जानकारी शासन को दिया जाता है या नहीं ? यदि नहीं दिया जाता है तो पूरे गांव के राशनकार्ड धारकों का पैसा कहां जाता है ? समिति के पास भी यदि जमा किया जाता है तो जानकारी शासन को देनी चाहिए इसके बाद डौंडीलोहारा के फुड इंस्पेक्टर साहब को फोनकर बुलाया गया तब कहीं जाकर इस मामले का पटाक्षेप हुआ। दरअसल बालोद जिला पिछले कई महीनों से बदली आबोहवा में बदल सा गया है यहां कालाबाजारी करने वाले लोग मलाई छाँट रहे हैं और मेहनतकश, ईमानदार लोग मुंह ताक रहे हैं। लोग कैरोसिन के तेल को जिला में 40 से 42 प्रति लीटर के हिसाब से खरीद रहे हैं जिसकी शिकायत भी जिला खाद्य अधिकारी से की गई है।
सूत्रों की मानें तो जिला के कालाबाजारी गैंग गरीबों को मिलने वाला कैरोसिन, गरीबों की जगह किसी और को बेंचे जाने तक की बात कई बार खबर के माध्यम से सामने आ चुकी है, लेकिन राजनीतिक संरक्षण के चलते अधिकारीयों ने चुप रहने में ही समझदारी समझी; जिसके चलते मामला रफा-दफा हो गया। ऐसा माना जाता है, लेकिन मौजूदा संकट के समय में भी कालाबाजारी जारी है जिसके चलते जिला के आम आदमी हलाकान हुए जा रहे हैं।
इस तरह के कालाबाजारी मान्य नहीं किये जावेंगे यदि आपको जानकारी मिले तो हमें सूचना जरुर देवे मुश्किल के घड़ी में हम जनता के साथ है।
ऋषिकेश तिवारी, एसडीएम डौंडीलोहारा।
राशन के नियमानुसार ही जनता को राशन देना है अनियमितता पाये जाने पर संबंधित एस डी एम कारवाही करेगी।
विजय किरण, जिला खाद्य अधिकारी बालोद।
मैं दरअसल ग्राम पापरा में मौजूद था खेरथाबाजार से फोन आने पर मुझे पहुंचने में दो घंटे लगे पुलिस मैनै लोगों के भिड़ को देखकर कर बुलाया ताकी सोसल डीक्टीशन का पालन हो मेरे द्वारा पत्रकारो से कोई ग़लत व्यवहार नहीं किया गया है।
आसु चंन्द्राकर, फुड इंस्पेक्टर डौंडीलोहारा।
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