कोरोना इफ़ेक्ट : निराई जात्रा, जतमई घटारानी मेला स्थगित।
गरियाबंद। कोरोना वाइरस के संक्रमण के नियंत्रण व रोकथाम की दृष्टि से जिले में पहले ही धारा 144 लागू कर दी गई है। शैक्षणिक संस्थाओं में अवकाश घोषित कर दिया गया है, अब इस महामारी पर नियंत्रण रखने के मद्देनजर जिले की धार्मिक समितियां भी सामने आ रही है।
माँ घटारानी जन विकास समिति धसकुल, माँ जतमई सेवा समिति कोसमपानी द्वारा तहसीलदार छुरा को पत्र लिखकर आगामी नवरात्र में मेले के आयोजन, भंडारा, कथा कीर्तन, आदि कार्यक्रमों को स्थगित रखने की सहमति दी गई है।
विदित हो की 25 मार्च से चैत्र नवरात्र का पर्व प्रारम्भ होने वाला है, जो 2 अप्रैल रामनवमी तक चलेगा। हिन्दू धर्म में इस पर्व की बहुत मान्यता है, प्रतिवर्ष इस पर्व के दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु जतमई और घटारानी में अपनी आस्था लेकर परिवार सहित दर्शन के लिए आते हैं, इस दौरान इन धार्मिक स्थलों में बड़ी गहमा गहमी व भीड़ होती है, पूरे नवरात्र पर्व के दौरान नौ दिनों तक इन स्थानों में विभिन्न प्रकार के धार्मिक आयोजन, अनुष्ठान, माता सेवा, भंडारा आदि आयोजित होते हैं, किन्तु इस वर्ष कोरोना वाइरस के संक्रमण से बचाव की दृष्टि से माँ जतमई सेवा समिति के अध्यक्ष शिवदयाल ध्रुव सचिव जयलाल कश्यप साथ ही घटारानी जन विकास समिति के अध्यक्ष तारण ध्रुव सचिव परमेश्वर दीवान ने तहसीलदार छुरा को पत्र प्रेषित कर समस्त धार्मिक आयोजन स्थगित करने की सूचना दी है।
निराई जात्रा भी स्थगित
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जय निराई माता सेवा समिति, ग्राम निरई (मोहेरा) के अध्यक्ष दिलीप कुमार नेताम ने भी समाचार पत्र प्रतिनिधियों को पत्र प्रेषित कर 29 मार्च की निराई जात्रा स्थगित करने की सूचना दी है।
विदित हो कि प्रतिवर्ष चैत्र नवरात्र के प्रथम रविवार धमतरी तथा गरियाबंद जिले की सीमा पर स्थित ग्राम मोहेरा के नजदीक पहाड़ी पर निराई जात्रा का आयोजन किया जाता है, इस स्थान पर स्थित निराई माता का मंदिर वर्ष में एक बार ही खुलता है। चैत्र नवरात्र के प्रथम रविवार यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु जन आते हैं और अपनी अपनी श्रद्धा व मानता के अनुसार माता को भेंट समर्पित करते हैं, इस दिन यहाँ हजारों की संख्या में बकरों मुर्गों की बलि दी जाती है। किन्तु इस वर्ष कोरोना वाइरस के संक्रमण के चलते जात्रा स्थगित करने की सूचना जय माँ निराई समिति के अध्यक्ष द्वारा दी गई है।