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संजारी बालोद विधानसभा चुनाव त्रिकोणीय भंवर में !

बालोद। संजारी बालोद विधानसभा में इस बार बीजेपी की नजर लगी हुई है। प्रदेश के मुखिया से लेकर दिल्ली के बड़े नेता भी अब संजारी बालोद विधानसभा के भाजपा समर्थित उम्मीदवार पवन साहू के प्रचार में बालोद विधानसभा के अलग अलग जगहो पर रैली आयोजित कर रहे है। संजारी बालोद विधानसभा छत्तीसगढ़ राज्य के प्रमुख धान उत्पादक क्षेत्रो में से एक है, यहाँ के ज्यादातर मतदाता वर्तमान समय में अपने खेती की कार्यो में व्यस्त है।    
       प्रत्याशी जब प्रचार में गांवो का दौरा करते है तब गांव के गांव खाली देख कर भाजपा के ही कार्यकर्ता अब कहने लगे है कि प्रचार में जाने का मन नही होता, दूसरी ओर भाजपा के वरिष्ट कार्यकर्ताओ ने संजारी बालोद विधानसभा में जाति समीकरण को साथ लेकर चुनाव में जाने की बात करते हुये पार्टी के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हूए दिखे। जाति समीकरण के वजह से जनता में काफी रोष है, इसका फायदा निश्चित तौर पर विरोधी उम्मीदवारो को मिलेगा संजारी बालोद विधानसभा में पिछले पांच साल तक कांग्रेस की प्रतिनिधित्व देखी, पिछले विधानसभा चुनाव में जातीय समीकरण की राजनीति को मात देकर भैय्याराम सिन्हा को भारी मतो से चुनाव जिताया। सिन्हा के काम करने के शैली से कांग्रेस की मजबूती में दारार पड़ी कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ताओ में नाराजगी आज भी आसानी से देखी जा सकती है, वहीं कांग्रेस के लिये इस बार संजारी बालोद विधानसभा चुनाव आसान नही होगा।    
        आम जनता में सरकार के प्रति इंटीन्कमबेसी का फायदा कांग्रेस के पक्ष में जाती मगर भैय्याराम सिन्हा जनहित के मुद्दो पर उनकी लड़ाई के नाम अपनी धर्मपत्नी के लिये सभी नाराज कार्यकर्ताओ को साथ लेकर चुनाव मैदान में है, वहीं नया नवेला छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के अर्जुन हिरवानी और नये कार्यकर्ताओ दूसरे पार्टी से नाराज कार्यकर्ताओ को अपने साथ लेकर संजारी बालोद विधानसभा में अपनी जगह बनाने के लिये गांव-गांव में प्रचार कर रहे है।
          जनता में जोगी का जादू इस बार मौजुदा विधानसभा चुनाव में संजारी बालोद विधानसभा के दौरान राष्टीय पार्टी का खेल निश्चित तौर पर खराब करेगी मौजुदा प्रचार में अर्जुन हिरवानी कई जगहो पर अपनी पकड़ मजबूती से बनाये हुये है लेकिन नये कार्यकर्ताओ में बेरुखी का आलाम भी साफ दिखता है उसके बावजूद संजारी बालोद विधानसभा के मतदाता लोकतंत्र के महापर्व में अपना योगदान के लिये तैयार है।

*विनोद नेताम।

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