पानी के खेल में रुपयों की बरसात !
लाइक ई एकवा वाटर प्रोसेसिंग प्लांट देवभोग में कार्यवाही
HCT रायपुर। इसे विडम्बना ही कहा जाये कि गरियाबंद जिले के जिस देवभोग क्षेत्र के पानी में फ्लोराइड तथा अन्य खनिज तत्वों की अधिकता बताकर सुपेबेड़ा में किडनी की बीमारी को खूब प्रचारित किया गया, उसी देवभोग में ड्रिंकिंग वाटर के नाम पर पानी का अवैध कारोबार किया जा रहा है।
इस मामले को लेकर युवा कांग्रसियों ने जब सीधे खाद्य मंत्री से शिकायत की तब जाकर खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारी द्वारा सेम्पलिंग की कार्रवाई की गई है।
माना जा रहा है कि ये कार्रवाई दिखावे मात्र की है, इससे पहले भी खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारी तरुण बिड़ला द्वारा यदा-कदा चिन्हित दुकानदारों, होटलों पर कार्रवाई की गई है, जिसके बाद भी ये निश्चित नही है कि जिले के बाजारों में शुद्ध खाद्य एवं पेय पदार्थ ही उपलब्ध हो रहा हो।
“लाइक ई एकवा” के नाम पर देवभोग सोनामुन्दरी रोड में जो ड्रिंकिंग वाटर का खेल बरसों से चल रहा है, आश्चर्य नहीं की जिले के तीस मार खां अधिकारी इस ओर कनखियों से भी देखते होंगे, देखना भी नहीं चाहिये, क्योंकि कहावत है “चोर-चोर मौसेरे भाई।”
फिलहाल देवभोग युवा कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष भविष्य प्रधान, अमृत पटेल, बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा युवा कांग्रेस के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सामंत, द्वारा की गई शिकायत के अनुसार “लाइक ई एकवा” की बोतलों, कैन और पानी पाउच में उत्पादन तिथि, बैच नंबर आदि का उल्लेख नही होता, पर्यावरण विभाग से इसकी मंजूरी को लेकर भी संशय है, प्रतिबंधित पॉलीथिन में पाउच में पानी बेचा जा रहा है जिसकी जांच की जानी चाहिए, पानी की शुद्धता की भी जांच की जाने की मांग की गई है।
इस संबंध में एफएसओ तरुण बिड़ला कहते हैं कि – “शिकायत पर सेम्पलिंग की कार्रवाई की गई है, पर्यावरण मंजूरी है कि नही, कितने माइक्रोन की पॉलीथिन में पैकेजिंग की जा रही है ये देखना हमारे विभाग का काम नहीं है।”