गरियाबंद। भाजपा के भूतपूर्व महासमुंद सांसद चन्दूलाल साहू व पूर्व राजिम विधायक संतोष उपाध्याय ने आज जिला मुख्यालय के सर्किट हाउस में संयुक्त प्रेस वार्ता ली। स्थानीय पत्रकारों से चर्चा करते हुए चन्दूलाल साहू ने कहा की एक देश मे दो संविधान, दो प्रधान और दो विधान के विरुद्ध श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने आवाज उठाई, उन्होंने एक देश अखंड देश का सपना देखा, वर्तमान में केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार ने ऐतिहासिक और साहसिक निर्णय लेते हुए कश्मीर से धारा 370 हटाकर डॉ मुखर्जी के सपनो को साकार किया है, इस फैसले से भारत मे खुशी का माहौल है।देश की जनता राष्ट्र भावना से ओतप्रोत इस फैसले का स्वागत कर रही है। कुछ विघ्नसंतोषी और अलगाववादी विचार धारा के लोग इस फैसले को गलत बता रहे हैं, मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले लोग, केवल विरोध के लिए इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त किया जाना देश की एकता और अखंडता में बाधक नही है। कश्मीर के सिर्फ तीन परिवारों को इस अनुच्छेद को हटाए जाने से बेहद दिक्कत हो रही है, इन तीन परिवारों ने आज तक कश्मीर को केवल लूटा है, अब इस लूट को जारी रखना उनके लिए संभव नही होगा, जिसकी वजह से वे सबसे ज्यादा उग्र विरोध कर रहे है। देशद्रोही और अलगाववादी लोग कश्मीर में लागू धारा 370 का ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहे थे, इस धारा की वजह कश्मीर में दोहरी नागरिकता का कानून लागू था।
1954 के बाद से वहां रहने वालों को वहां की नागरिकता हासिल नही थी, वे वहां जमीन नही खरीद सकते थे, उन्हें मतदान का अधिकार नही था, चुनावों में प्रत्यासी के तौर पर प्रजातंत्र के सहभागी नही हो सकते थे। इसके विपरीत यदि कोई कश्मीरी लड़की पाकिस्तानी लड़के से शादी कर ले तो उस पाकिस्तानी लड़के को कश्मीर की नागरिकता मिल जाती थी, किन्तु यदि वही कश्मीरी लड़के हिंदुस्तानी लड़के से विवाह कर ले तो उस लड़की की कश्मीरी नागरिकता समाप्त ही जाती थी।
26 अकटुबर 1947 को कश्मीर के राजा हरि सिंह ने ‘ स्टेटमेंट ऑफ एक्ससेन्स’ में बिना शर्त हस्तक्षर करते हुए भारत सरकार से आग्रह किया की कश्मीर को पाकिस्तानी सेना और कबीलाई विद्रोहियों से बचाया जाए, तत्कालीन गृहमंत्री वल्लभभाई पटेल के आदेश पर भारतीय सेना ने कश्मीर को आतताइयों से सुरक्षित किया। बाद में शेख अब्दुल्ला के कहने पर जवाहर लाल नेहरू ने सीज़ फायर की घोषणा की, शेख अब्दुल्ला नही चाहते थे कि कश्मीर भारत के साथ रहे। नेहरू के पापों की सजा भारतवासी 70 वर्षो तक झेलते रहे, जिससे निजात दिलाने मोदी सरकार ने योजनाबद्ध तरीके से अनुच्छेद 370 खत्म किया है।
तीन तलाक पर बोलते हुए चन्दूलाल साहू ने कहा कि तीन तलाक एक सामाजिक बुराई थी, तीन तलाक कानून पास होने से मुस्लिम महिलाओं को सामाजिक पारिवारिक सम्मान हासिल हुआ है।
प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व राजिम विधायक संतोष उपाध्याय, भाजपा के जिला अध्यक्ष रामकुमार साहू, अनूप भोंसले, बलदेव सिंग हुंदल, अनिल चंद्राकर, रिखी यादव आदि उपस्थित रहे थे।