बदमाशों ने सराफा कारोबारी पर माउजर तानकर कहा, ‘कहां गोली मारें?’
पुलिस ने शिकायत से पिस्टल वाली घटना ही हटा दी, मुख्य जिलाबदर बदमाश यासीन अली ईरानी का नाम FIR में दर्ज नहीं
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बड़ी मुस्तैदी से कप्तान साहब एन्ड कंपनी ने चुनावी माहौल में राजधानी रायपुर में तथाकथित लाल सलाम गैंग के डकैतों को पकड़कर खाकी पर पीठ थपथपा ही रहे थे कि अचानक एक जिलाबदर बदमाश के द्वारा एक सराफा कारोबारी से उधारी में सोने की दो अंगूठी बनवाने को लेकर अंजाम भुगतने की धमकी के बाद उसके दो अन्य गुर्गों के द्वारा कारोबारी के कनपटी पर पिस्टल टीकाकार गोली कहाँ मारे जैसा जुमला विभागीय गलियारे की फिजा में घुलकर पुलिसिया कार्यप्रणाली को फिर कटघरे में खड़ा कर दिया है !
विधानसभा थाना क्षेत्र में गुंडाराज
रायपुर hct : विधानसभा थाना क्षेत्र अंतर्गत सड्डू के एकता चौक में एक सराफा कारोबारी की कनपटी पर पिस्टल तानने का मामला सामने आया है, जिसने राजधानी की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। महाकालेश्वर ज्वेलर्स के संचालक मुकेश सोनी ने जिलाबदर और निगरानीशुदा बदमाश यासीन अली ईरानी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 5 फरवरी को उसके गुर्गों ने दुकान में घुसकर उसकी कनपटी पर माउजर तान दी और धमकाया कि वह सोने की दो अंगूठियां उधारी में बनाए, वरना अंजाम भुगतने को तैयार रहे।
घर और दुकान के पास आज भी रेकी कर रहे थे, फिर भी पुलिस निष्क्रिय
कारोबारी का कहना है कि यासीन अली ईरानी उसे जबरन सोने की दो अंगूठियां बनाने का दबाव डाल रहा था, लेकिन जब उसने 75% भुगतान एडवांस मांगा, तो यासीन ने गुंडे भेजकर उसे धमकाने की साजिश रच दी। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पीड़ित कारोबारी के घर और दुकान के आस-पास आज भी संदिग्ध लोग रेकी कर रहे थे, लेकिन पुलिस अब तक आरोपियों को खुली छूट दिए हुए है।
दुकान में घुसे दो गुंडे, पिस्टल तानकर बोले ‘कहां गोली मारें… ?’
पीड़ित कारोबारी के अनुसार, 5 फरवरी को दो युवक उसकी दुकान में घुसे, पिस्टल निकालकर कनपटी पर तान दी और बोले—‘कहां गोली मारें?’ उसी दौरान दोनों गुंडों ने यासीन अली को फोन भी मिलाया था। कि महिला ग्राहक के दुकान में प्रवेश करते ही गुंडे मौके से फरार हो गए। सराफा व्यवसायी ने बताया कि घटना का CCTV फुटेज भी मौजूद है, लेकिन पुलिस ने FIR में पिस्टल वाली घटना दर्ज नहीं की और मामूली धारा लगाकर दोनों युवकों पर अपराध दर्ज किया।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर लगे आरोप
इधर थाना प्रभारी का बयान सामने यह आया है कि दो आरोपी फरार हैं, उनकी गिरफ्तारी के बाद आगे की कार्रवाई होगी।’ लेकिन बड़ा सवाल यह है कि जब पीड़ित के पास पूरी घटना का CCTV फुटेज मौजूद है, तो FIR से पिस्टल वाली घटना क्यों हटा दी गई? CCTV फुटेज में आरोपियों की हरकत साफ-साफ कैद होने के बावजूद पुलिस उचित कार्रवाई से बच रही है। CCTV फुटेज को लेकर पुलिस का कहना है कि दुकान के बाहर लगे कैमरों में पिस्टल की पुष्टि नहीं हो रही, जबकि घटना दुकान के अंदर हुई थी। फ़िलहाल पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। लेकिन मुख्य मास्टरमाइंड यासीन अली ईरानी पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं किया जाना संदेह की सुई को पुलिस की कार्यप्रणाली पर चुभन पैदा कर रही है।
खौफ में बंद दुकान
उधर सराफा कारोबारी मुकेश सोनी पिछले 8 दिनों से दुकान नहीं खोल रहे हैं। वह लगातार पुलिस से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन FIR में छेड़छाड़ और मुख्य आरोपी को बचाने की कोशिश से वे हताश हो चुके हैं। रायपुर जैसे संवेदनशील शहर में यदि अपराधी सरेआम दुकान में घुसकर कारोबारी की कनपटी पर पिस्टल रख सकते हैं और FIR तक में उन्हें बचाया जा सकता है, तो यह कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। इंतजार तो इस बात का है कि पुलिस इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई करती है या फिर अपराधियों को संरक्षण देने के आरोप और गहराते हैं।