किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म, पांचों दरिंदे नाबालिग; जांच में जुटी पुलिस
14 साल की नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है।
- किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म
- पॉक्सो समेत विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी पंजीकृत
खटीमा । Uttarakhand Crime: सीमांत के एक गांव में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने पांच आरोपितों के विरुद्ध पॉक्सो समेत विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी पंजीकृत कर ली है। साथ ही किशोरी को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा है। आरोपित भी नाबालिग बताए जा रहे हैं, जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसकी 14 वर्षीय पुत्री 13 अक्टूबर की रात करीब 11.30 बजे गांव के मंदिर में हो रहे जागरण में गई थी, जहां उसे उसके साथ पढ़ने वाला एक लड़का मिला। इस दौरान उसकी पुत्री एवं लड़का पुलिया पर बैठकर बात कर रहे थे।
जान से मारने की धमकी दी
आरोप लगाया कि तभी वहां पांच लड़के आए, जिन्होंने उनके साथ गाली-गलौज शुरु कर दी। विरोध करने पर आरोपितों ने उनके साथ मारपीट की। इसके बाद आरोपित दोनों को जबरदस्ती बाइक पर बैठाकर ले गए, जहां आरोपितों ने उसकी नाबालिग पुत्री के साथ दुष्कर्म किया।
जाते-जाते आरोपित घटना के बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दे गए। घटना के बाद से उसकी पुत्री गुमसुम हो गई। पूछताछ करने पर उसने घटना की जानकारी दी।
वहीं किशोरी को मेडिकल परीक्षण के लिए भेज दिया गया है। घटना में लिप्त किसी भी आरोपित को बक्शा नहीं जाएगा।
अवैध संबंधों के चलते हुई थी अनिल की हत्या
खटीमा : ग्राम जादोपुर में अवैध संबंधों के चलते युवक को बंधक बनाकर उसकी हत्या की गई थी। पुलिस ने 24 घंटे के अंदर घटना का खुलासा करते हुए आरोपित मामा-भांजे को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को न्यायालय में पेश करने के बाद हल्द्वानी उप कारागार भेज दिया गया है।
ग्राम जादोपुर में शुक्रवार देर रात अनिल सिंह (30) पुत्र जगत सिंह की गांव की ही एक महिला व मामा-भांजे ने बंधक बनाकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने मृतक के भाई कमलजीत सिंह की तहरीर पर आरोपित मामा-भांजे कृष्ण सिंह, सुमित सिंह व महिला सुंदरवती के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी पंजीकृत की थी।
इसके बाद एसएसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर घटना के शीघ्र खुलासे के लिए सीओ विमल रावत व कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी के नेतृत्व में टीम गठित की गई, जिसमें फारेंसिक टीम की भी मदद ली गई।
कोतवाल दसौनी ने बताया कि घटना के तत्काल बाद साक्ष्य संकलन करने के साथ सुरागकसी की गई और घटना के 24 घंटे के अंदर मामा-भांजे ग्राम जादोपुर निवासी कृष्ण सिंह व सुमित सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपितों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त लाठी-डंडे व सरिया भी बरामद की ली गई।
मृतक व आरोपितों में पुरानी रंजिश
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि अनिल सिंह का सुंदरवती के साथ अवैध संबंध था, जिसका विरोध करने पर आरोपितों ने पूर्व में भी अनिल सिंह के साथ मारपीट की थी, जिस कारण मृतक व आरोपितों में पुरानी रंजिश थी।
आरोपितों ने अनिल सिंह को कमरे में बंधक बनाकर हाथ बांधने, मुंह में कपड़ा ठूंस कर लाठी डंडों से पीटने व गर्म सरिया से जलाकर गंभीर रूप से घायल करने की बात कबूली, जिससे अनिल की मृत्यु हुई थी। कोतवाल ने बताया कि महिला की घटना में लिप्तता की विवेचना की जा रही है। गिरफ्तार आरोपितों को न्यायालय में पेश करने के बाद न्यायिक अभिरक्षा में हल्द्वानी उप कारागार भेज दिया गया है।
पुलिस टीम में एसएसआई विनोद जोशी, मझोला चौकी प्रभारी एसआई ललित बिष्ट, झनकट चौकी प्रभारी एसआई अशोक कांडपाल, एसआई किशोर पंत, हेड कांस्टेबल हरेंद्र थापा, कांस्टेबल विपिन सिंह, त्रिभुवन पड़लिया, कमल पाल, नवीन खोलिया, नरेंद्र सिंह बोहरा, फारेंसिक टीम के एसआई सत्यप्रकाश रायपा, कांस्टेबल नरेश गिरी शामिल थे।