पुलिसकर्मी की पत्नी व बेटी की हत्या का आरोपित बदमाश बलरामपुर में पकड़ाया, दोहरे हत्याकांड से उबला सूरजपुर
अंबिकापुर:सूरजपुर जिले के प्रधान आरक्षक की पत्नी व बेटी की हत्या के आरोपित कुलदीप साहू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद आरोपित झारखंड चला गया था। झारखंड के रांची से आने वाली बस में सवार होकर वह अंबिकापुर आ रहा था। इसी दौरान बलरामपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
सूरजपुर: पुलिस ने लोकेशन के आधार पर बलरामपुर थाने के ठीक सामने बस को रोक जांच की गई,उसी दौरान वह पकड़ा गया।जिला मुख्यालय बलरामपुर के साइबर सेल में आरोपित को रखा गया है। इधर सूरजपुर से पुलिस अधिकारियों की एक टीम बलरामपुर के लिए रवाना हो चुकी है।
रविवार की देर रात सूरजपुर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख के घर में घुसकर बदमाश कुलदीप साहू ने उनकी पत्नी और बेटी की तलवार और चाकू से काटकर हत्या कर दी थी। पुलिस की अलग-अलग टीमों को उसकी खोजबीन में लगाया गया था। घटना के बाद वह झारखंड की ओर भाग गया था।मंगलवार दोपहर बस से वह झारखंड से बलरामपुर जिले में प्रवेश किया था। इस दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
सूरजपुर जिले में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी मेहनाज शेख और पुत्री आलिया तालिब की नृशंस हत्या की घटना के बाद नगर के लोग उद्वेलित हो उठे। बड़ी संख्या में लोगों ने कोतवाली के बाहर धरना दे दिया है। व्यवसायियों ने विरोध में अपनी दुकानें बंद कर दी। जिला मुख्यालय में आईजी अंकित गर्ग, एसएसपी एमआर आहिरे सहित पुलिस के उच्च अधिकारी और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी वहां मौजूद रहे। लोग आरोपित को जल्द पकड़ने और फांसी देने की मांग करते रहे।
इस बीच आक्रोशित भीड़ ने पुराने बस स्टैंड के पास स्थित मुख्य संदेही कुलदीप साहू के घर व गोदाम में धावा बोल दिया।
घर में जमकर तोड़फोड़ करने के बाद वहां के कबाड़ गोदाम में आग लगा दी गई। पूरे नगर में अफरातफरी की स्थिति बन गई। शांति व्यवस्था बनाने भारी संख्या में पुलिस बल को नगर में तैनात किया गया है। पुलिस अधिकारियों एवं वरिष्ठ नागरिकों की समझाइश पर दोपहर बाद कोतवाली के बाहर से धरना समाप्त हुआ।
आरोपित की कार में पुलिस ने की फायरिंग-
सूरजपुर जिले के लटोरी पुलिस चौकी अंतर्गत करवां गांव में एक स्विफ्ट कार पंचर हालत में पुलिस ने जब्त की है। उक्त कार के दरवाजे और भीतर के हिस्से में खून के कुछ धब्बे भी नजर आ रहे हैं। इधर एसएसपी एमआर आहिरे का कहना है कि देर रात पुलिस की सर्चिंग टीम ने संदिग्ध कार को रुकने का इशारा किया था लेकिन नहीं रुकने पर उक्त कार की टायर में फायर कर उसे पंचर कर दिया गया। आरोपित की ओर से भी फायरिंग की बात कही जा रही है। हालांकि इस दौरान आरोपित पुलिस के हाथ नहीं लगा।
खौलता तेल डालने पर आरक्षक गंभीर-
घटना का एक दूसरे पहलू भी सामने आया है। बताया गया कि रविवार शाम आदतन बदमाश कुलदीप साहू का पुलिसकर्मियों से पुरानी मामले को लेकर विवाद हुआ था। घटना के वक्त आरक्षक घनश्याम सोनवानी और प्रधान आरक्षक तालिब शेख चौपाटी में मौजूद थे। विवाद के दौरान उक्त कबाड़ी ने आरक्षक घनश्याम सोनवानी के ऊपर खौलता तेल उड़ेल दिया था जिससे पुलिसकर्मी गंभीर रूप से झुलस गया। उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में पुलिस ने कुलदीप साहू के खिलाफ अपराध पंजीकृत कर लिया है। इसके बाद पुलिस उक्त बदमाश की तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही थी। फरार होते समय कबाड़ी ने पुलिस कर्मियों पर गाड़ी चढ़ाने का भी प्रयास किया था। इस दौरान तालिब शेख भी वहां मौजूद था। वह भी फरार आरोपित को पकड़ने पुलिस टीम के साथ घूम रहा था। इसी बीच देर रात तालिब शेख के परिवार में यह घटना हुई। इससे आशंका जताई जा रही है कि उक्त कुलदीप साहू ने ही पुलिसकर्मी के परिवार का सफाया कर दिया। फिलहाल फरार कबाड़ी के पकड़े जाने के बाद ही यह मामला स्पष्ट हो पाएगा।
आइजी व कलेक्टर ने मोर्चा संभाला-
नगर में उपद्रव की स्थिति निर्मित होने व आरोपित के सभी गोदामों व घर में आग लगाने के बाद उसके परिवार के सभी सदस्यों को पुलिस ने अपनी सुरक्षा में ले लिया है। भीड़ द्वारा आग लगाने के बाद उसे बुझाने का प्रयास करने वालों पर लोगों द्वारा हमला करने से पुलिस भी परेशानी में पड़ गई। इस बीच शाम को आइजी अंकित गर्ग एवं कलेक्टर रोहित व्यास मौके पर पहुंचे। पुलिस बल ने भीड़ को वहां हटाना शुरू किया। दोनों अधिकारियों की मौजूदगी में आग बुझाने दमकल की टीम को मौके पर बुलाया गया है।
भीड़ ने एसडीएम पर बोला हमला, कोतवाली में घुसकर बचाई जान-
पुराने बस स्टैंड के पास कुलदीप साहू के घर व गोदाम में आगजनी की घटना के बाद एसडीएम जगन्नाथ वर्मा दमकल टीम को सूचना देकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझाइश देकर दमकलकर्मियों को आग बुझाने का आग्रह किया। आक्रोशित भीड़ ने अचानक एसडीएम पर हमला बोल दिया। वहां मौजूद पुलिसकर्मी ने सक्रियता दिखाई और एसडीएम को लेकर वहां से भागा और कोतवाली के भीतर घुस गया।
महगवां स्थित दो गोदाम में भी लगाई आग-
पुराना बस स्टैंड स्थित घर व कबाड़ गोदाम में आग लगाने के बाद भीड़ ने कुलदीप साहू और उसके स्वजन की महगवां रिंग रोड एवं महगवां बस्ती के भीतर मौजूद दो कबाड़ गोदाम को भी आग के हवाले कर दिया। दोनोंं गोदाम में भीषण आग के बीच वहां रखे सिलेंडर के फटने से आसपास के लोग दहशत में आ गए। दमकल टीम को भीड़ द्वारा रोक दिए जाने से आग पूरे गोदाम में फैल गई और वहां रखा सामान जल गया।
अब और खामोशी नहीं- सिंहदेव
प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने सूरजपुर की घटना को लेकर कहा कि छत्तीसगढ़वासी बहुत ही कष्ट के साथ प्रदेश को एक भयावह अपराध प्रदेश में तब्दील होते हुए देख रहे हैं। अपराधी निर्भीक हैं जैसे उन्हें या तो प्रशासन का डर नहीं, या उसके समर्थन पर पूरा भरोसा है। सूरजपुर में प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की बेरहमी से हत्या ने एक बार फिर सरकार और कानून-व्यवस्था की निष्क्रियता को उजागर किया है। जब एक पुलिसकर्मी के परिवार को इस तरह के खतरे में है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या हाल होगा? सरकार की सुरक्षा व्यवस्था में चूक ने हमारे समाज को एक डरावने भविष्य में धकेल दिया है। सिंहदेव ने कहा कि दुर्दांत अपराधी निर्मम हत्याएं जैसे भयंकर से भयंकर अपराध कर किस प्रकार फरार हो जा रहे हैं – क्यों पुलिस प्रशासन को इतना कमज़ोर कर दिया गया है कि वो स्वयं खतरे में हैं? भाजपा सरकार जवाब दे कि आखिर कब तक प्रदेश को ऐसी बर्बरता और अराजकता को सहन करना पड़ेगा? याद रहे हमारे सुरक्षा बल और उनके परिवार भी छत्तीसगढ़ परिवार का हिस्सा हैं। उनके विरुद्ध ऐसे अन्याय और अपराध नाकाबिले बर्दाश्त हैं। अब और खामोशी नहींं ।
यहां से शुरू हुआ विवाद-
कुख्यात बदमाश कुलदीप साहू और सूरजपुर के पुलिसकर्मियों का विवाद पिछले साल शुरू हुआ जब उसके और एक स्वजन के खिलाफ जिलाबदर की कार्रवाई की गई थी। एक साल के लिए जिले में प्रवेश पर प्रतिबंध लगने के बावजूद वह सूरजपुर में छिपकर रह रहा था। सूचना पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया था। हाल ही में एक और घटना हुई।
बताया गया कि नवरात्र के दौरान सूरजपुर में जगराता कार्यक्रम में कुलदीप साहू के बड़े भाई के साथ कुछ लोगों का विवाद हो गया। आरोप है कि स्थानीय नेताओं के दबाव में कुलदीप के भाई को पुलिस उठाकर ले गई जहां उसके साथ मारपीट भी हुई। इस बात को लेकर कुलदीप ने पुलिसकर्मियों से हुज्जतबाजी भी की थी। इस घटना के बाद से वह प्रधान आरक्षक तालिब शेख, आरक्षक घनश्याम सोनवारी सहित कुछ अन्य पुलिसकर्मियों से रंजिश रखने लगा था।
इस बीच घटना की शाम सूरजपुर के चौपाटी में उसका इन पुलिसकर्मियों से पुरानी बात को लेकर फिर विवाद हुआ और इसी दौरान कुलदीप साहू ने एक बिरयानी सेंटर से खौलता तेल लेकर घनश्याम सोनवानी के ऊपर उड़ेल दिया था। इससे वह गंभीर रूप से झुलस गया। घटना के बाद प्रधान आरक्षक तालिब शेख सहित अन्य पुलिसकर्मी फरार कुलदीप साहू को पकड़ने का प्रयास किया। उसने कार से कुचलने का प्रयास किया और वहां से भाग निकला। पुलिसकर्मी उसका पता लगाते रहे और इधर महगवां स्थित प्रधान आरक्षक के घर में गंभीर घटना घटित हो गई।