सतना के सुतीक्ष्ण आश्रम के पास नेवारी में युवक की हत्या… ब्लैकमेलिंग में चार नाबालिग समेत 8 आरोपी गिरफ्तार
मध्य प्रदेश में सतना के सभापुर में सुतीक्ष्ण आश्रम के पास नेवारी में युवक का शव मिला। हत्या ब्लैकमेलिंग के चक्कर में उसकी ही बरछी से की गई थी। प्रथम दृष्टया आशंका जताई गई थी कि हत्या गोली मारकर की गई है, लेकिन पीएम रिपोर्ट में गोली लगने की पुष्टि नहीं हुई थी। सभापुर पुलिस ने अंधे हत्याकांड की जांच कर पर्दाफाश कर दिया।
HIGHLIGHTS
- सभी आरोपी रीवा जिले के रहने वाले हैं।
- फोटो-वीडियो वायरल करने धमकी दी थी।
- मांगा मोबाइल तो शुरू हुआ विवाद।
सतना(Satna Crime)। सभापुर थाना क्षेत्र में सुतीक्ष्ण आश्रम के पास नेवारी में ब्लैकमेलिंग के चक्कर में युवक की हत्या बरछी से की गई। वारदात को नाबालिगों समेत 8 लोगों ने अंजाम दिया था। पुलिस ने 4 नाबालिगों समेत 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी रीवा जिले के रहने वाले हैं। सभापुर थाना अंतर्गत ग्राम मचखडा निवासी अरुण कुमार त्रिपाठी पिता काशीराम त्रिपाठी उम्र 40 वर्ष की हत्या का सभापुर पुलिस ने खुलासा कर लिया है। अरुण का शव 3 अक्टूबर को नेवारी के पास सड़क किनारे पड़ा मिला था। प्रथम दृष्टया आशंका जताई गई थी कि उसकी हत्या गोली मारकर की गई है, लेकिन पीएम रिपोर्ट में गोली लगने की पुष्टि नहीं हुई थी।
4 नाबालिग समेत 8 आरोपियों से की पूछताछ
सभापुर पुलिस ने अंधे हत्याकांड की जांच और आरोपियों की तलाश के बाद इस मामले में 4 नाबालिगों समेत 8 आरोपियों को बंदी बना लिया। आरोपियों में रामखेलावन उर्फ रितिक साकेत पिता रन्नू लाल साकेत उम्र 24 वर्ष निवासी सुरसाखुर्द थाना कर्चुलियान जिला रीवा, अमित साकेत पितारामलाल साकेत उम्र 24 वर्ष निवासी रायपुर खैरा नई वस्ती थाना चोरहटा जिला रीवा ,साजन उर्फ संजू साकेत पिता कामता प्रसाद साकेत निवासी सुरसाखुर्द एवं कृष्णा लखेरा पिता संतोष लखेरा उम्र 18 वर्ष निवासी खैरी नईबस्ती थाना चोरहटा शामिल हैं। इनके अलावा 4 नाबालिगों को भी पकड़ा गया है। सभी आरोपी रीवा जिले के रहने वाले हैं।
गर्लफ्रेंड के साथ की फोटो-वीडियो वायरल करने की धमकी दे रहा था
पुलिस ने बताया कि आरोपियों से हुई पूछताछ में पता चला कि आरोपी रितिक और संजू अपनी महिला मित्रों के साथ मचखडा पहाड़ की तरफ घूमने आए थे। अरुण ने उनके उस वक्त फोटो खींच लिए थे और वीडियो बना लिया था। मृतक ने उनसे रुपए मांगे थे और न देने पर फोटो वीडियो वायरल कर देने की धमकी दी थी। उस वक्त रितिक और संजू ने उसे 2 हजार रुपए दे भी दिए थे, जबकि मृतक 10 हजार की मांग पर अड़ा था। उसने 8 हजार रुपए और न मिलने पर फोटो वीडियो वायरल करने की धमकी दी थी। रितिक और संजू ने ये जानकारी घर पहुंचकर अपने दोस्तों को दी थी।
रास्ते में रोककर मांगा मोबाइल तो शुरू हुआ विवाद
अरुण त्रिपाठी की मांग की जानकारी मिलने पर रितिक और संजू के दोस्तों ने योजना बनाई, जिसके बाद 8 लोग रीवा से अगले दिन यानी 3 अक्टूबर को वापस मचखडा आए और अलग-अलग ग्रुप बना कर सड़क पर खड़े हो गए। उन्होंने अरुण को रुपए देने के बहाने बुलाया और उसके आने पर उससे फोटो-वीडियो डिलीट करने, मोबाइल देने की बात करने लगे। अरुण ने विवाद शुरू कर दिया। वह अपने साथ लाठी में लगी बरछी लेकर चलता था, लिहाजा लपक कर उसने अपनी बाइक से बरछी निकाल ली। लेकिन उस बरछी को भी आरोपी रितिक ने छीन लिया और उसके अरुण के चेहरे व सीने पर वार कर दिया। अरुण कुछ दूर जा कर लड़खड़ा कर गिर पड़ा और फिर आरोपी उसका मोबाइल व बरछी लेकर वापस रीवा भाग गए।
सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग
इस अंधे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने की कोशिश में लगी सभापुर पुलिस को आरोपियों का सुराग सीसीटीवी फुटेज से मिला। ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण कैमरे कहीं-कहीं ही लगे थे, फिर भी एक कैमरे में कुछ लड़के बाइक पर घटना के समय तेजी से बड़ा पगार की तरफ से सभापुर तरफ आते दिखाई पड़े। बिरसिंहपुर अस्पताल तिराहे के कैमरे में भी वही लड़के दिखे, उनमें से कुछ के चेहरे और बाइक भी स्पष्ट हुईं।पुलिस ने उनका पता लगाया तो मालूम हुआ कि वे रीवा जिले के सुरसा खुर्द, हिनौता व खैरी के रहने वाले हैं। पुलिस की टीमें वहां पहुंची और संदेह के आधार पर संदेहियों को हिरासत में लेकर जब उनसे पूछताछ की गई तो पूरी कहानी खुलकर सामने आ गई।
एसपी ने दिया 10 हजार रुपये इनाम
इस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए कई थानों के स्टाफ की अलग-अलग टीमें बनाई गई थीं। टीम को सतना एसपी आशुतोष गुप्ता ने 10 हजार रुपए नगद इनाम देने की घोषणा की है। घटनाक्रम का खुलासा करने वाली टीम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देहात विक्रम सिंह कुशवाह, एसडीओपी चित्रकूट रोहित राठोर, वैज्ञानिक अधिकारी डॉ महेंद्र सिंह, थाना प्रभारी सभापुर रावेन्द्र द्विवेदी, इंस्पेक्टर उमेश प्रताप सिंह, अभिनव सिंह, निरीक्षक विजय सिंह, उप निरीक्षक विजय त्रिपाठी, उप निरीक्षक अजीत सिंह, उप निरीक्षक अशोक गर्ग, दिलीप मिश्रा, अभिषेक पाण्डेय, विजय सिंह, एएसआई दीपेश कुमार, प्रधान आरक्षक अनिल विश्वकर्मा, आरक्षक मुकेश यादव, चोरहटा थाना रीवा से प्रधान आरक्षक केपी सिंह, आरक्षक नीरज पांडेय, थाना रामपुर बघेलान के प्रधान आरक्षक अनूप, चितेन्द्र, ओम और प्रवीण, पुलिस लाईन से प्रधान आरक्षक आशीष और प्रिंश के अलावा वीपेन्द्र मिश्रा, असलेन्द्र सिंह, प्रवीण मिश्रा, आरक्षक संजय यादव, राहुल सिंह पटेल व मुकेश आवासे शामिल रहे।