Wine Shop In Indore: अहाते इसलिए हुए थे बंद कि लोग शराब पीकर सड़कों पर न निकलें, लेकिन यहां सड़क पर ही होने लगी शराबखोरी
मध्य प्रदेश में डेढ़ साल पहले शराब दुकानों के साथ बने अहातों का संचालन बंद कर दिया गया था। यह इस सोच के साथ किया गया था कि लोग यहां शराब पीकर नशे में सड़कों पर ना निकलें। इंदौर में तो अब खुलेआम शराबखोरी होने लगी है। खुले में शराब पीने वालों पर कोई कार्रवाई भी नहीं होती।
HIGHLIGHTS
- इंदौर जिले में 64 समूह की 173 शराब दुकानें संचालित होती हैं।
- शराब दुकानों के बाहर अवैध रूप खुले में शराबखोरी होने लगी।
- यहां से गुजरने वाली महिलाओं को इससे खासी परेशानी होती है।
इंदौर(Wine Shop in Indore)। मध्य प्रदेश के साथ ही इंदौर में शराब दुकानों के साथ संचालित अहातों को करीब डेढ़ साल पहले बंद कर दिया गया, ताकि लोग अहातों में शराब पीकर सड़कों पर निकलकर लोगों को परेशान न करें। इसका असर यह हुआ कि अहातों में पीने वाले लोग अब शराब दुकानों के बाहर ही जाम छलका रहे हैं।
शाम होते ही सभी शराब दुकानों के बाहर सड़क और खुले में शराब पीने लोग बैठ जाते हैं। इससे वहां से गुजरने वाले बच्चों और महिलाओं को खासी परेशानी होती है। जिम्मेदार प्रशासन, पुलिस और आबकारी विभाग इस खुलेआम होने वाली शराबखोरी पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है।
इंदौर जिले में हैं 173 शराब दुकानें
दरअसल मध्य प्रदेश में एक अप्रैल 2023 से शराब अहातों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी। शासन के आदेश पर वैध अहाते भी बंद कर दिए गए। इंदौर जिले में 64 समूह की 173 शराब दुकानें संचालित होती हैं।
इन दुकानों के साथ 128 आन शाप श्रेणी और 18 आफ श्रेणी के अहाते संचालित हो रहे थे। आदेश के बाद सभी अहाते बंद हो गए, लेकिन कई शराब दुकानों के बाहर अवैध रूप खुले में शराबखोरी होने लगी।
खुले में शराब पी जा रही है
शहर में शराब दुकानों के बाहर शाम होते ही शराब पीने वालों की महफिल खुले में जम जाती है। देर रात तक सड़क और खुले में शराब पी जा रही है। जबकि देर रात सड़क से गुजरने वाली अकेली महिलाओं को इससे खासी परेशानी होती है। फिर भी खुलेआम शराब पीने पर कार्रवाई नहीं होती।
अवैध दुकानें भी हो रहीं संचालित
शराब दुकानों के बाहर शाम होते ही पीने वालों की भीड़ बढ़ जाती है। खुले में पीने वालों के कारण अवैध दुकानें भी संचालित होने लगी हैं। सड़क किनारे और खुले मैदान पानी, डिस्पोजल और अन्य सामग्री की दुकानें संचालित हो रही हैं। इन दुकानों पर भी कार्रवाई नहीं होती है। लोग इन दुकानों के आसपास बैठकर भी पीते रहते हैं।