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त्योहार का मौसम..सक्रिय हो गए ठग चूक गए तो खाता हो जाएगा खाली

हर साल त्योहार के मौसम में सबसे ज्यादा ठगी होती है। इसकी वजह रहती है- लोगों को फंसाना आसान होता है। इसलिए अगर छोटी-सी चूक कर बैठे तो आपका खाता खाली हो जाएगा। जानिये..किस तरह की ठगी त्योहार के मौसम में अधिक होती है और इनसे कैसे बचें।

HIGHLIGHTS

  1. त्योहारी सीजन के साथ साइबर भी ठग हो जाते हैं सक्रिय
  2. ठग नए नए तरीके अपनाकर ठगते हैं लोेगों को
  3. त्योहारी सीजन में लोग आसानी से आ जाते हैं ठगों के झांसे में

 प्रतिनिधि। त्योहार का मौसम आ चुका है। अभी गणेशोत्सव संपन्न होने जा रहा है। अब पितृ पक्ष के बाद नवरात्र फिर दीपावली तक लगातार त्योहार हैं। ऐसे में ठग भी सक्रिय हो गए हैं। इंटरनेट के जरिये ठग नए-नए तरीके अपनाकर ठगी करते हैं।

हर साल त्योहार के मौसम में सबसे ज्यादा ठगी होती है। इसकी वजह रहती है- लोगों को फंसाना आसान होता है। इसलिए अगर छोटी-सी चूक कर बैठे तो आपका खाता खाली हो जाएगा। जानिये..किस तरह की ठगी त्योहार के मौसम में अधिक होती है और इनसे कैसे बचें।

आफर

कपड़े से लेकर जूते, इलेक्ट्रानिक उत्पाद, ज्वेलरी, घर का सामान सस्ते दाम पर बेचने जैसे आफर के जरिये सबसे ज्यादा ठगी होती है। इसकी शुरुआत मैसेज और इंटरनेट मीडिया के जरिये होती है। लुभावने आफर के मैसेज के जरिये लिंक भेजी जाती है। इससे खाता, पे-वालेट में सेंध लगाकर ठगी की जाती है।

लोन

चंद मिनट में लोन देने और लोन की लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर ठगी की घटनाएं इस समय अधिक होती हैं। बैंक, फाइनेंस कंपनियों के नाम से ठग एसएमएस भेजते हैं। ठग हूबहू बैंक व कंपनियों के नाम से एसएमएस भेजकर फंसाते हैं। इन मैसेज के झांसे में आकर लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं।

क्रेडिट कार्ड

क्रेडिट कार्ड पर आफर और क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर ठगी इसी समय सबसे ज्यादा होती है। मैसेज के जरिये फिसिंग लिंक भेजी जाती है और ठगी की जाती है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि त्योहार के मौसम में इंटरनेट मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर ठग पोस्ट डालते हैं। यह सामान के दाम इतने कम बताते हैं कि लोग फंस जाते हैं। यह एडवांस रुपये ले लेते हैं। अगर आनलाइन खरीदारी करनी है तो सिर्फ अधिकृत ई-कामर्स कंपनी की वेबसाइट से ही करें।

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