राजधानी में अवैध शराब का वैध धंधा…!
आबकारी उपायुक्त ने धरसींवा क्षेत्र में अवैध शराब की जिस बड़ी खेप पकड़ा है कहीं वो दामन बचाने का प्रयास तो नहीं ? क्योंकि...
बुधवार दिनांक 12/09 की मध्य रात्रि रायपुर के कोटा एरिया में एक बार फिर क्राइम ब्रांच की टीम को 20 पेटी अवैध शराब जिसकी कीमत लगभग दो लाख उनसठ हजार नौ सौ अस्सी रूपए थाना प्रभारी सरस्वती नगर से प्राप्त जानकारी अनुसार आंकी गई है, पकड़ा गया।
रायपुर hct : दिनांक 11/09 को यह खबर प्रदेश के तमाम मीडिया में सुर्खियां बटोर रहा था कि रायपुर जिला आबकारी विभाग ने रायपुर जिला के विकासखंड धरसींवा एरिया में अवैध शराब का एक बड़ा जखीरा पकड़ने में सफलता हासिल किया है, जिसे खुद आबकारी उपायुक्त विकास गोस्वामी ने कोचिया बनकर, तस्कर मोतीलाल साहू और एक अन्य आरोपी युवराज साहू तक पहुंचा, और उनके कब्जे से बिना होलोग्राम वाली 40 पेटी नकली गोवा शराब और देशी शराब निर्माण में प्रयुक्त 300 लीटर स्प्रिट जब्त किया और यह बताते हुए कि इस कार्रवाई में सहायक जिला आबकारी अधिकारी टेक बहादुर कुर्रे, आबकारी उप निरीक्षक दिलीप कुमार प्रजापति, कौशल सोनी, प्रकाश देशमुख और आरक्षक विवेक श्रीवास्तव का महत्वपूर्ण योगदान रहा कहकर गोस्वामी जी अपनी पीठ आप ही थपथपा लिए …! मगर,
अवैध शराब के समाचार में, भांड मीडिया की भीर,
“गोस्वामी जी” चन्दन धिसे; तिलक लगे “कलमवीर”
उपयुक्त शीर्षक यहाँ देश, काल, परिस्थित को ध्यान में रखते हुए थोड़ा बदल दिया गया है ताकि यह बताया जा सके कि जिस चित्रकूट के घाट में जहाँ संतों की भीड़ भरी होती है, तुलसीदास जी चन्दन घिसकर उन संतों के माथे में रामचंद्र का रूप देखकर तिलक लगा रहे होते हैं ठीक उसी तरह छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक पूर्व नियोजित योजना के मुताबिक धरसींवा में अवैध शराब का जो जखीरा पकड़ा गया, किसी भी भांड मीडिया ने यह जानने का प्रयास नहीं किया कि…
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आखिर इतनी मात्रा में शराब आई कहाँ से…
उपरोक्त कार्रवाई की खबरे सामने आने के बाद सवाल यह उठता है कि शराब की इतनी बडी खेप बिना विभाग के किसी अधिकारी-कर्मचारी की मिलीभगत के बिना लाना और लाकर स्टोर करना मुश्किल ही नही नामुमकिन है। समूचे ऑपरेशन की विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक उपायुक्त महोदय को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली थी कि शराब की एक बडी खेप शहर में आई हुई है ! क्या किसी पत्रकार ने यह सवाल उपायुक्त से पूछने की जहमत उठाई ? नहीं ना…
कोटा में अवैध शराब का इफरात कोटा पकड़ाया
जिस काम को आबकारी विभाग को करना चाहिए, उसे पुलिस विभाग कर रही है और वो भी इसलिए क्योंकि कप्तान साहब; रायपुरियंस को नशा से मुक्ति दिलाने “निजात” योजना जो चला रहे हैं ! अतः स्वाभाविक है उनके निर्देश में रायपुर पुलिस सजगता से नशे के विरुद्ध सीना ताने चाक चौबंद है, इसी का नतीजा है कि 24 घंटे के अंदर रायपुर के टाटीबंध (कोटा) एरिया में संचालित एक बार में क्राइम ब्रांच की टीम को अवैध शराब बेचने की जानकारी मिली थी जिसके परिप्रेक्ष्य में दबिश दिए जाने पर मोनू राजपूत नाम के शख्स के कब्जे से 20 पेटी अवैध शराब जप्त किए जाने की जानकारी मिली है।
सरस्वती नगर थाना प्रभारी ने की पुष्टि
उक्ताशय की जानकारी मिलने पर मोबाइल नम्बर 94791 91034 पर संपर्क किए जाने से जब सरस्वती नगर थाना प्रभारी श्रीमान सुरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी मोनू राजपूत के बताए ठिकाने से 20 पेटी अवैध शराब जिसकी कीमत लगभग दो लाख उनसठ हजार नौ सौ अस्सी रूपए होने की पुष्टि की है। अब यह बता दें कि इस सर्कल के आबकारी अधिकारी कौन हैं और ये जगजाहिर है कि ये अपने कार्य के प्रति कितनी ईमानदार हैं ! तो ऐसा हैं साहब जब आग लगती हैं ना तो धुंआ तो उठबे करेगा कि नहीं ?