IT इंजीनियर से 88 लाख की ठगी करने वाला बिहार का ठग चेन्नई से गिरफ्तार, शेयर ट्रेडिंग में दिया था मुनाफे का झांसा
शेयर बाजार में ट्रेडिंग के माध्यम से रातों-रात अमीर बनने का सपना देखने वाले लोगों के लिए हो जाएं अलर्ट वरना आप भी हो सकते हैं महिला आईटी इंजीनियर जैसे ठगी का शिकार। हालांकि पुलिस ने महिला आईटी से 88 लाख रुपये की ठगी करने वाले आरोपी पी. हरिकिशोर सिंह को कांचीपुर, चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी बिहार के मुजफ्फरपुर का निवासी है।
रायपुर। शेयर ट्रेडिंग के नाम पर महिला आईटी इंजीनियर से 88 लाख की ठगी करने वाले आरोपी पी. हरिकिशोर सिंह (44) को कांचीपुर चेन्नई से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी मूलत: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले का रहने वाला है।
आरोपी के चार अलग-अलग खाताें में साइबर रेंज पुलिस ने 57 लाख रुपये होल्ड करवाए हैं। उस पर कर्नाटक में भी अपराध दर्ज है। वह चेन्नई में जाकर वहां के सिम कार्ड, बैंक खाते जुटाए। इसके बाद मुर्शिदाबाद वेस्ट बंगाल जाकर अन्य साथियों के साथ मिलकर ठगी को अंजाम दिया था। फरार आरोपियों की पतसाजी में टीम लगी है।
सेक्टर-16 बी-नोएडा, उत्तरप्रदेश निवासी रश्मि शर्मा यहां होटल क्लार्क इन तेलीबांधा में रुकी थी। वह नोएडा में टेक महिंद्रा कंपनी में आईटी इंजीनियर हैं। वे रायपुर में कंपनी के काम से आई हुई थी। इस बीच गूगल में सर्च करने के दौरान उन्हें एवेडेंस स्पार्क ट्रेडिंग प्रोग्राम का विज्ञापन दिखा।
इसके बाद रश्मि ने उसमें दिए गए संपर्क नंबर पर फाेन किया। दूसरी ओर से अंजली शर्मा नाम की युवती ने फोन उठाया। इसके बाद उन्हें वाट्सऐप ग्रुप इंडिया स्टॉक इंवेस्टमेंट एकेडमी-002 में जोड़ दिया गया। ग्रुप में मेंटर नरेश राठी ने उन्हें शेयर ट्रेडिंग करने पर भारी मुनाफा कमाने का झांसा दिया। महिला उसकी बातों में आ गई।
महिला ने आठ जुलाई से लेकर सात अगस्त तक अलग-अलग बैंक खातों में कुल 88 लाख रुपये जमा किया। इतनी राशि जमा करने के बाद शेयर में उन्हें लाभ नहीं मिला और न ही आरोपियों ने पैसे लौटाए। बाद में उन्हें ग्रुप से अलग कर दिया।
इसकी शिकायत महिला ने रायपुर रेंज साइबर थाना में की। रिपोर्ट के बाद साइबर की टीम ने पतासाजी शुरू की। मोबाइल नंबर और बैंक खातों की जानकारी जुटाई गई। इसके बाद आरोपित के बारे में पता चला। जिसे चेन्नई से दबोचा गया।