कोचिया बनकर छत्तीसगढ़ के उपायुक्त ने शराब तस्करों से की बात फिर पकड़ी बिना होलोग्राम की नकली शराब
छत्तीसगढ़ के जिला आबकारी विभाग ने अवैध शराब के खिलाफ एक बेहतरीन और चौंकाने वाली कार्रवाई की है। यह मामला तब उजागर हुआ जब उपायुक्त विकास गोस्वामी ने खुद को एक फर्जी ग्राहक के रूप में पेश किया और शराब तस्करों के साथ सीधी बातचीत की। इस स्मार्ट ऑपरेशन ने अवैध शराब का एक बड़ा जाल पकड़ा, जिससे प्रदेश के शराब तस्करों में हड़कंप मच गया है।
HIGHLIGHTS
- उपायुक्त और उनकी टीम ने बारिश के बावजूद शराब तस्करों पर की कार्रवाई।
- 40 पेटी नकली गोवा शराब और पिकअप से 300 लीटर स्प्रिट किया गया जब्त।
- छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम के तहत केस दर्ज कर आरोपियों को भेजा जेल।
रायपुर। जिला आबकारी विभाग को अवैध शराब की एक बड़ी खेप पकड़ने में सफलता मिली है। स्वयं कोचिया बनकर पहुंचे उपायुक्त विकास गोस्वामी ने इस पूरे मामले को पकड़ा। उन्होंने एक फर्जी ग्राहक बनकर शराब तस्करों से बातचीत की और पूरी कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाया। इसमें आरोपी मोतीलाल साहू द्वारा चार पहिया वाहन मारुति वैगन आर सीजी 10 एफए 8132 में परिवहन के दौरान बिना होलोग्राम वाली 40 पेटी नकली गोवा शराब जब्त की गई।
साथ ही विवेचना के दौरान ही एक अन्य आरोपी युवराज साहू द्वारा चार पहिया वाहन अशोक लीलैंड पिकअप सीजी 25 के 2638 में परिवहन करते हुए देशी शराब निर्माण में प्रयुक्त 300 लीटर स्प्रिट जब्त किया। कार्रवाई के दौरान उक्त पिक अप वाहन में नकली बड़ी मात्रा में खाली शीशियां, खाली ढक्कन, अवैध शराब निर्माण सामग्री बनाने में प्रयुक्त सामग्री भरी हुई मिली।
अवैध परिवहन में प्रयुक्त वाहन भी जब्त
उपायुक्त ने बरसते पानी में नाका लगाकर टीम बनाकर पूरी कार्रवाई की। राज्य में यह अपनी तरह की पहली बड़ी कार्रवाई है, जिसमें इतनी बड़ी मात्रा में शराब और अवैध शराब निर्माण सामग्री बरामद की गई है। साथ ही अवैध परिवहन में प्रयुक्त वाहन भी जब्त किया गया।
उक्त दोनों आरोपितों के विरुद्ध छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम वर्ष 1915 यथा संशोधित वर्ष 2020 की धारा 34(1)क, 34(1)च, 34(1) ज, 34(2) और धारा 36 के तहत प्रकरण कायम कर जेल दाखिल किया गया। इस कार्रवाई में सहायक जिला आबकारी अधिकारी टेक बहादुर कुर्रे, आबकारी उप निरीक्षक दिलीप कुमार प्रजापति, कौशल सोनी, प्रकाश देशमुख और आरक्षक विवेक श्रीवास्तव का महत्वपूर्ण योगदान रहा।