मध्य प्रदेश के अपराधियों ने Vrindavan के कथावाचकों को भी नहीं छोड़ा, अनूठा तरीका अपनाकर 9 को ठगा
घटनाक्रम मध्य प्रदेश के ग्वालियर का है। आरोपी ने कथा करने के लिए 9 कथावाचकों से सम्पर्क साधा। बात पक्की करने के लिए उनसे 500 - 500 रुपए सुरक्षा निधि के रूप में जमा करवा लिए। इसके बाद फरार हो गया।
HIGHLIGHTS
- ग्वालियर पहुंचे कथावाचक तो ठगी का पता चला
- निश्चित जगह नहीं पहुंचा आयोजक, फोन भी बंद
- पुलिस में शिकायत दर्ज, आरोपी पकड़ से बाहर
ग्वालियर। वृंदावन से भागवत कथा करने के लिए मध्य प्रदेश के ग्वालियर आए 9 कथा वाचकों के साथ अनोखी ठगी का मामला सामने आया है। शहर के रहने वाले अभय मिश्रा ने वृंदावन से कुछ कथावाचकों को बुलाया था, कथा करने के लिए प्रति कथा वाचक 5100 रुपये दक्षिणा भी तय हुई थी।
आयोजक ने सभी कथावाचकों से सुरक्षा राशि के तौर पर 500 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिए और उन्हें एक तारीख बताकर ग्वालियर बस स्टैंड पर मिलने का वादा कर दिया।
तय दिन को जब सभी कथा वाचक ग्वालियर पहुंच गए और आयोजक को फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया। कई बार प्रयास करने पर फोन नहीं उठा तो उन्हें समझ आ गया कि उनके साथ ठगी हो गई है।
पुलिस ने दर्ज करवाई शिकायत
- शिकायत और आयोजक पर कार्रवाई की मांग को लेकर कथा वाचक जनसुनवाई में एसपी ऑफिस पहुंचे।
- वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों ने उन्हें कार्यवाही का आश्वासन देकर उनकी शिकायत दर्ज कर ली।
नौकरी लगवाने के नाम पर 25 लाख की ठगी
ठगी के एक अन्य मामले में रसीदपुरा के रहने वाले भजनलाल सहित नौ अन्य के साथ नौकरी लगवाने के नाम पर 25 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है।
इसमें मुरार थाना क्षेत्र के निवासी महावीर यादव पर आरोप लगाया है कि वह खुद को बीएसएफ का कर्मचारी बताता था और प्रति व्यक्ति चार लाख रुपये लेकर नौकरी लगवाने का दावा करता था।
उसने 10 लोगों से 25 लाख रुपये ले लिए, फिर कुछ दिन तक ज्वाइनिंग लेटर आने का झांसा देता रहा, फिर इस बारे में बात करना बंद कर दिया। जब उन्होंने अपने रुपये वापस मांगे तो रकम वापस करने से भी इनकार कर दिया। इसके बाद एसपी आफिस में आकर पीड़ित ने अपनी शिकायत दर्ज करवाई है।