सिविल लाईन थाना पुलिस को मिली बड़ी सफलता
ग्राहक की तलाश में भटक रहे अंतर्राज्यीय आरोपी अफीम के साथ गिरफ्तार।
रायपुर hct : राजधानी रायपुर में इन दिनों नशे के विरूद्ध विशेष अभियान छेड़ा जा चुका है। इस अभियान के प्रमुख कर्ताधर्ता जिला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह के दिशा निर्देश पर चलाए जा रहे इस अभियान को “निजात” का नाम दिया गया है। नारकोटिक्स एक्ट पर प्रभावी कार्यवाही करने हेतु विशेष टीम का गठन किया गया है; साथ ही समस्त थाना प्रभारियों को नशे की सामाग्री बिक्री करने वालों एवं सप्लाई करने वालों पर कठोर कार्यवाही करने निर्देशित किया गया है। जिसके तहत जिला के तमाम थाना, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट की टीम द्वारा मूर्त रूप देने की दिशा में लगातार कार्यवाही की जा रही है।
पंडरी एक्प्रेसवे के नीचे भटक रहा था संदेही
इसी कड़ी में दिनांक 30.08.24 को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि पंडरी एक्प्रेसवे के नीचे, एक सरदार काले रंग का पगड़ी पहने, एक्टीवा वाहन क्रमांक सीजी 04 पी.एस. 5109 में अवैध मादक पदार्थ लेकर बेचने की फिराक में ग्राहक तलाश रहा है। सूचना मिलते ही तत्परता दिखाते हुए तत्काल एक टीम गठित की गई जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर लखन पटले, नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन श्री अनुराग झा द्वारा थाना प्रभारी सिविल लाईन को सूचना की तस्दीक कर आरोपी को रंगे हाथ पकड़ने निर्देशित किया गया।
2.106 किलोग्राम अफीम के साथ एक्टिवा जप्त।
मुखबीर द्वारा बताए गए हुलिये के आधार पर चिन्हांकित व्यक्ति को टीम ने छापामार कार्यवाही करते हुए धर दबोचा। आरोपी लेकर थाना सिविल लाइन लाया गया जहाँ पूछताछ में उसने अपना नाम कुलजिन्दर सिंह बताया। टीम को तलाशी में उसके कब्जे से 2.106 किलोग्राम प्रतिबंधित मादक पदार्थ “अफीम” होने की पुष्टि पर, घटना में प्रयुक्त वाहन “एक्टिवा” क्रमांक सीजी 04 पी.एस. 5109 जप्त किया गया। जप्त मशरूका की कुल कीमत है लगभग 32,13,340/- रूपये आंकी गई। आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 475/24 धारा 18(बी) नारकोटिक एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर अग्रिम कार्यवाही किया गया है।
गुरदासपुर पंजाब का निकला आरोपी
कुलजिन्दर सिंह, पिता सरदार चन्नन सिंह उम्र 49 साल पता ग्राम कल्लू सोहना, थाना कादिया, जिला गुरदासपुर पंजाब। हालपता गुरूद्वारा के पीछे, टावर वाला मकान श्यामनगर, थाना तेलीबांधा रायपुर। इस कार्यवाही में उनि. नरसिंह साहू, सउनि. प्रमोद शुक्ला, प्र.आर. 283 टीकेमणी कुमार, आर. 2600 महेन्द्र वर्मा, आर. कमलेश सिंह राजपुत, आर. दीपक पटेल, आर. तोरण उपाध्याय एवं आर. मेघराज बैस की महत्वपूर्ण भूमिका रही।