Welcome to CRIME TIME .... News That Value...

Crime

भोपाल में आरटीओ के पास झाड़ियों में मिला शव राजमिस्त्री का निकला, दो दिन से था लापता

पुलिस ने घटनास्थल से एक चाकू बरामद किया है। मृतक के सिर में और माथे पर पत्थर से चोट के निशान मिले। गले पर धारदार हथियार का जख्म था। पुलिस ने उसकी फोटो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित की, जिसे देखने के बाद मृतक के स्वजन ने पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर अज्ञात आरोपितों की तलाश शुरू की।

HIGHLIGHTS

  1. मृतक युवक तीन भाइयों में सबसे छोटा था।
  2. स्वजन ने थाने में दर्ज नहीं कराई थी गुमशुदगी।
  3. मृतक का मोबाइल फोन भी गायब है।

भोपाल। कोकता में स्थित जिला परिवहन कार्यालय (आरटीओ) के पास सोमवार दोपहर झाड़ियों में खून से लथपथ मिले युवक के शव की पहचान हो गई है। वह राजमिस्त्री का काम करता था और 24 अगस्त से लापता था। उसका मोबाइल फोन गायब है। मौके से पुलिस को एक टूटा हुआ सब्जी काटने का चाकू मिला है। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर अज्ञात आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।

छावनी पठार में रहता था मृतक
बिलखिरिया थाना के एसआई मुन्नालाल दुबे ने बताया कि मृतक की पहचान ग्राम छावनी पठार निवासी 22 वर्षीय सुप्यार शिल्पी के रूप में हुई। वह तीन भाइयों में सबसे छोटा था। वह राजमिस्त्री का काम करता था। 24 अगस्त को सुबह 10 बजे वह घर से निकला था। रात में घर वापस नहीं लौटने पर स्वजन ने उसे फोन लगाया था, लेकिन उसका मोबाइल फोन बंद बता रहा था। 25 अगस्त को भी वे लोग अपने स्तर पर उसे तलाशते रहे, लेकिन थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज नहीं कराई थी।

ऐसे हुई शिनाख्त

सोमवार दोपहर लगभग 2:20 बजे आरटीओ के सामने एकांत में लगी झाड़ियों से युवक का शव मिला था। पुलिस ने पहचान कराने के लिए उसकी फोटो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दी थी। उसके आधार पर स्वजन ने पुलिस से संपर्क किया। इससे मृतक की पहचान हुई।

शरीर पर मिले गहरे घाव

मृतक के सिर में और माथे पर पत्थर से चोट के निशान थे, जबकि गले पर धारदार हथियार से वार किया गया था। मौके से पुलिस को एक टूटा हुआ चाकू मिला है। युवक का मोबाइल फोन भी गायब है। पुलिस उसके कॉल रिकॉर्ड खंगालते हुए यह पता लगाने को कोशिश कर रही है कि अंतिम समय उसके संपर्क में कोन-कौन लोग थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page